लखनऊ: राजधानी में डिजिटल अरेस्ट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार एक सेवानिवृत्त निजी सचिव को बनाया गया शिकार। अपराधी ने खुद को जम्मू-कश्मीर पुलिस का अधिकारी बताया और पीड़ित को डराने के लिए कहा कि आतंकियों के हाथ 70 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए हैं।
इसके बाद पीड़ित को 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया और लगातार डरा-धमकाकर 50 लाख रुपये वसूले गए। पीड़िता की पत्नी ने PGI थाना में मामला दर्ज कराया है और FIR कराई है।
स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और डिजिटल ट्रेल की मदद से अपराधियों तक पहुँचने की कोशिश कर रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अपराधियों ने पीड़ित को फोन और डिजिटल माध्यम से डराया और धमकाया, जिससे वसूली की गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के डिजिटल क्राइम और साइबर धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और आम नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। पुलिस ने नागरिकों से आग्रह किया है कि किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर ध्यान न दें और तुरंत रिपोर्ट करें।