तिरुप्पुर – भारत के निटवियर कैपिटल तिरुप्पुर ने वित्त वर्ष 2024-25 में ₹40,000 करोड़ का निर्यात किया, जो इस क्षेत्र के इतिहास में पहली बार हुआ है। यह पिछले वर्ष के ₹33,000 करोड़ के मुकाबले काफी वृद्धि है। इस उल्लेखनीय वृद्धि के पीछे प्रमुख कारण बांगलादेश में राजनीतिक संकट और वैश्विक ब्रांडों का तिरुप्पुर से बढ़ता जुड़ाव है।
वैश्विक ब्रांडों से बड़ी मात्रा में ऑर्डर
पिछले वित्त वर्ष के दौरान, तिरुप्पुर में Primark, Tesco, Next, Marks & Spencer, Warner Bros, Walmart और Tommy Hilfiger जैसे वैश्विक ब्रांड के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई कंपनियां जैसे Target और Woolworths और यूरोपीय कंपनियां जैसे Duns ने महत्वपूर्ण ऑर्डर दिए। इन ब्रांडों ने तिरुप्पुर के निटवियर उद्योग से बड़े पैमाने पर माल की मांग की।
निर्यात का बढ़ता योगदान
तिरुप्पुर का निर्यात भारतीय निटवियर क्षेत्र के कुल निर्यात का 55 प्रतिशत हिस्सा बनता है। इस प्रकार, तिरुप्पुर ने न केवल अपने निर्यात में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की है, बल्कि भारतीय निर्यात के वैश्विक हिस्से में भी अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया है।
बांगलादेश संकट का प्रभाव
बांगलादेश में राजनीतिक संकट के कारण कई वैश्विक कंपनियों ने अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को पुनः व्यवस्थित किया और तिरुप्पुर को एक प्रमुख विकल्प के रूप में चुना। यह तिरुप्पुर के निर्यात में इस अप्रत्याशित वृद्धि का एक प्रमुख कारण बनकर उभरा है।
भविष्य की संभावनाएं
तिरुप्पुर का निर्यात अब सभी प्रकार के निटवियर जैसे टी-शर्ट, स्वेटर, और अन्य परिधानों में अग्रणी बन चुका है। उद्योग के सूत्रों के अनुसार, आने वाले वर्षों में भी निर्यात में वृद्धि की संभावना है, खासकर यदि वैश्विक राजनीतिक संकट और व्यापारिक स्थितियां अनुकूल रहती हैं।
तिरुप्पुर का ₹40,000 करोड़ का निर्यात ना केवल भारत के निर्यात क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि यह ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की बढ़ती भूमिका और विश्वसनीयता को भी दर्शाता है।