उत्तर प्रदेश कि योगी सरकार विभिन्न विभागों से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए कई तरह के प्रयोग कर रही है। लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। इसी बीचे एक मामला सिद्धार्धनगर जिले से सामने आया है। जहां एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी से मिलकर इटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाबू के पद पर कार्यरत कर्मी और अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाया है।
जिलाधिकारी से मिलकर की शिकायत
सिद्धार्थनगर जिले के इटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाबू के पद पर कार्यरत अनुपम गौतम के खिलाफ एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत दर्ज कराई है। इस दौरान उसके द्वारा बताया गया कि बाबू अपनी ड्यूटी पर नहीं आते हैं। पहले बाबू को उपस्थित पंजिका पर अनुपस्थित किया जाता है। लेकिन जब सैलरी बनती है तो बाबू को उपस्थित कर दिया जाता है। व्यक्ति द्वारा रजिस्टर की कॉपी होने का भी दावा किया गया है। उसने यह भी बताया कि यह सब खेल अधीक्षक संदीप द्विवेदी की मिलीभगत से हो रहा है। शिकायतकर्ता ने दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
जिलाधिकारी ने कानूनी कार्रवाई की कही बात
मीडिया से बात करते हुए शिकायतकर्ता ने बताया कि डॉक्टर संदीप द्विवेदी इसी मंडल के रहने वाले हैं। शासन का आदेश है की कोई भी व्यक्ति एक मंडल में 10 साल से अधिक और एक जिले में 3 साल से अधिक नहीं रह सकता है। ऐसे में अधीक्षक यहां कैसे जमे हुए हैं। साथ ही अनुपम गौतम नमक बाबू जो पिछले कई महीनो से नहीं आया है, उसे उपस्थिति पंजिका में पहले अनुपस्थित दिखाया जाता है फिर उपस्थित दिखाकर उसका वेतन भुगतान कर दिया जाता है। वहीं मामले को लेकर जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने कहा कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।