डिजिटल स्टोरी- हॉलीवुड की स्पाई मूवीज अगर आपको देखना पसंद है तो आपने इस बात पर जरुर गौर किया होगा कि बड़े-बड़े नेताओं को बचाने के लिए एजेंटे कैसे अपनी जान को जोखिम में डालते हैं.

ऐसा ही कुछ पेंसिल्वेनिया में एक घटना के दौरान देखने को मिला….जहां पेंसिल्वेनिया में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली के दौरान हुआ. ट्रंप मंच से देशवासियों को संबोधित कर रहे थे. और अचानक गोलियों की आवाज सुनाई देती है.इन्ही में से एक गोली ट्रंप के कान को छूकर निकलती है.इतने में ट्रंप मंच के नीचे झुक जाते हैं. इसी हमले के बीच में ही सीक्रेट सर्विस के एंजेंट ने काफी फुरती दिखाते हुए फौरन उन्हें कवर कर लेते हैं.कुछ ही मिनटों में ट्रंप खड़े हो जाते हैं और आस-पास सर्किल बनाकर एंजेंट घेरे हुए रहते हैं.और ट्रंप पूरे जोश में अपना हाथ लहराते हुए दिखाई देते हैं.अब इस हमले पर ये बात हो रही है कि निशाना जरा भी इधर-उधर होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था. सीक्रेट सर्विस एजेंसी को ट्रंप की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार मिली थी.

चलिए अब आपको बतातें है कि यूएस सीक्रेट सर्विस क्या है और एजेंट किस तरीके से काम करते हैं.????

अमेरिका की सीक्रेट सर्विस क्या है??

अमेरिका की सीक्रेट सर्विस…..सबसे पुरानी संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों में से एक हैं. इसकी स्थापना साल 1865 में अमेरिका यंग फाइनेंशियल सिस्टम को स्थिर करने और बड़े पैमाने पर जालसाजी को रोकने के लिए की गई थी. दरअसल गृहयुद्ध के अंत में प्रचलन में मौजूद सभी मुद्राओं में से लगभग एक तिहाई नकली थे. जिसकी वजह से देश की वित्तीय स्थिरता ख़तरे में आ गई थी. इसी समस्या को दूर करने के लिए और जालसाजी को रोकने के लिए 1865 में ट्रेजरी विभाग में एक ब्यूरो के रूप में सीक्रेट सर्विस की स्थापना की गई थी.कई रिपोर्ट्स यहां तक कहती हैं कि साल 1901 में तत्कालीन राष्ट्रपति विलियम मैकिनले की न्यूयॉर्क में हत्या कर दी गई थी. इसके बाद वाइट हाउस हरकत में आया और तय किया गया कि सीक्रेट सर्विस को फेक करेंसी का चलन रोकने के साथ-साथ राष्ट्रपति की सुरक्षा का भी जिम्मा दिया जाएगा.

आज के समय में सीक्रेट सर्विस के हिस्से में कई महत्वपूर्ण काम हैं.सीक्रेट सर्विस के ऊपर अमेरिका राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति, उनके परिवारों और राज्य या सरकार के प्रमुखों की सुरक्षा का जिम्मा है. इसके अलावा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को भी ये सुरक्षा प्रदान करती है.

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