Digital Story: जब हम डॉक्टर की बात करते हैं, तो आमतौर पर हम उन्हें भगवान का रूप देते हैं। क्योंकि जब इंसान जिंदगी और मौत के बीच जूझता है, तब डॉक्टर ही उसकी आखिरी उम्मीद होते हैं। लेकिन सोचिए, अगर वही डॉक्टर खुद जल्लाद बन जाए, तो क्या होगा? दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक ऐसा ही कातिल पकड़ा है, जिसका नाम सुनते ही रूह कांप जाती है — ‘डॉक्टर डेथ’ देवेंद्र शर्मा….. 100 से ज्यादा हत्याओं का साया, अवैध किडनी रैकेट का मास्टरमाइंड….आइए जानते हैं, कौन है ये डॉ. देवेंद्र शर्मा और क्या हैं उसके अंधेरे राज।

कुख्यात सीरियल किलर

डॉ. देवेंद्र शर्मा, जो अलीगढ़ के रहना वाला हैं, एक सामान्य डॉक्टर नहीं बल्कि एक काला साया हैं। साल 1995 से 2004 के बीच इस कुख्यात सीरियल किलर ने अपनी गैंग के साथ मिलकर कई निर्दोष लोगों की जान ले ली। इतना ही नहीं बल्कि वह लाशों को कासगंज की हजारा नहर में फेंक देता था, जहां उन लाशों को मगरमच्छ खा जाते थे। इसी बीच इसको पैरोल मिली…..पैरोल पर बाहर आने के बाद यह खौफनाक कातिल फरार हो गया था। 9 जून 2023 को दो महीने की पैरोल मिली, लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया और राजस्थान के दौसा में बाबा बनकर आश्रम में छुप गया।

100 से ज्यादा हत्याएं

इसके बाद पुलिस की टीम ने 6 महीने तक उसकी तलाश की। अलीगढ़, जयपुर, दिल्ली और अन्य शहरों में खाक छानी गई, तब जाकर उसकी लोकेशन दौसा में मिली। वहां पुलिस ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि 2020 में भी वह पैरोल तोड़कर छह महीने तक फरार रहा था। इस दौरान उसने 100 से ज्यादा हत्याएं की। इतना ही नहीं वह टैक्सी और ट्रक चालकों को शिकार बनाता था, उनकी हत्या कर शवों को मगरमच्छों वाली नहर में फेंक देता था।

1998 से 2004 के बीच 125 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट

सिर्फ यही नहीं, इस कातिल ने अवैध किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट भी चलाया। 1998 में डॉ. अमित से संपर्क किया, जो दिल्ली, गुरुग्राम समेत कई शहरों में किडनी रैकेट चलाता था। गरीब लोगों को लालच देकर उन्हें किडनी डोनर बनवाता था, हर डोनर से 5 से 7 लाख रुपये वसूलता था। 1998 से 2004 के बीच 125 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट किए गए। 2004 में पहली बार गिरफ्तारी के बाद भी यह खौफनाक डॉक्टर अपराध की दुनिया से दूर नहीं हुआ। आज, दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इसे गिरफ्तार कर एक बड़ा खात्मा किया है। अब उम्मीद है कि न्याय की सच्चाई सामने आएगी, और उन निर्दोष लोगों को इंसाफ मिलेगा, जिनके साथ ‘डॉक्टर डेथ’ ने इंसानियत को शर्मसार किया।

‘डॉक्टर डेथ’ की गिरफ्तारी

क्योंकि डॉक्टर का पद इंसान की जान बचाने का होता है, लेकिन जब वही डॉक्टर जल्लाद बन जाए, तो ये दुनिया के लिए एक खौफनाक सच बन जाता है। ‘डॉक्टर डेथ’ की गिरफ्तारी एक बड़ी जीत है इंसाफ की लड़ाई में। अब वक्त है कि न्याय हो और इंसानियत फिर से जी उठे। क्योंकि हर बर्बरता का अंत होता है, और सच्चाई हमेशा विजेता होती है।

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