Big News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह फैसला त्योहारों और भीषण गर्मी में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस आदेश को जारी किया। उन्होंने बताया कि इस समय त्योहारों का सीजन है, और इसके साथ ही तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है, जिससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है। खासकर गर्मी में मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हो जाती है, और त्योहारों के दौरान अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं की मांग भी काफी बढ़ जाती है।
अस्पतालों में अतिरिक्त इंतजाम
सरकार ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे इमरजेंसी सेवाओं को बेहतर तरीके से चलाएं और दवा आपूर्ति को भी मजबूत करें ताकि किसी भी मरीज को इलाज में कोई दिक्कत न हो। इसके साथ ही, अस्पतालों में मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती का भी आदेश दिया गया है।
डॉक्टरों की छुट्टियों पर रोक
त्योहारों के दौरान अक्सर अस्पतालों में लोगों की भीड़ बढ़ जाती है, खासकर उन दिनों में जब लोग ज्यादा बाहर निकलते हैं और गर्मी का असर ज्यादा होता है। इन परिस्थितियों में डॉक्टरों की कमी महसूस हो सकती है, जिससे मरीजों का इलाज प्रभावित हो सकता है। यही कारण है कि सरकार ने डॉक्टरों की छुट्टियों पर रोक लगाकर स्वास्थ्य सेवाओं को स्थिर रखने का निर्णय लिया है।
हर जरूरी इलाज उपलब्ध हो
इस कदम से यूपी सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि अस्पतालों में हर जरूरी इलाज उपलब्ध हो और कोई भी मरीज बिना इलाज के न रहे। इसके अलावा, अस्पतालों में कामकाजी स्टाफ की कमी भी नहीं होगी, जिससे मरीजों को राहत मिल सकेगी और किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सकेगा।
इस आदेश के बाद अब यूपी में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को अपनी छुट्टियां रद्द करनी होंगी, और उन्हें अपनी ड्यूटी में पूरी तन्मयता से काम करना होगा, ताकि त्योहारों के दौरान किसी भी स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन प्रभावित न हो।