Washington : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर Nobel Peace Prize (नोबेल शांति पुरस्कार) को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक लंबा पोस्ट लिखते हुए ट्रंप ने अफ्रीका से लेकर भारत-पाकिस्तान, मिडिल ईस्ट से लेकर रूस-यूक्रेन तक की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि “मैं दुनिया में शांति की कई बड़ी पहल कर चुका हूं, लेकिन मुझे कभी नोबेल नहीं मिलेगा।”

ट्रंप ने अपने पोस्ट में क्या लिखा?

“I won’t get a Nobel Peace Prize for this… but the people know, and that’s all that matters to me!”

उन्होंने अफ्रीकी देशों कांगो और रवांडा के बीच दशकों से चले आ रहे खूनी संघर्ष को खत्म करने के अपने दावे के साथ यह भी जोड़ा कि सोमवार को वॉशिंगटन में दोनों देशों के प्रतिनिधि एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।

ट्रंप ने आगे लिखा कि उन्हें शांति स्थापित करने के बावजूद न तो भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोकने पर नोबेल मिला, न ही सर्बिया-कोसोवो, इजराइल-ईरान, या रूस-यूक्रेन जैसे मसलों पर उनकी कोशिशों को दुनिया ने पहचाना। उन्होंने यहां तक कह डाला कि “मुझे नोबेल कभी नहीं मिलेगा, लेकिन लोगों को सब पता है।”

ट्रंप का दावा – ये सभी मामले मैंने सुलझाए:

🇨🇩 कांगो-रवांडा शांति समझौता

🇮🇳 भारत-पाकिस्तान युद्ध रोकना

🇽🇰 सर्बिया-कोसोवो टेंशन में दखल

🇪🇬 मिस्र-इथियोपिया जल विवाद सुलझाना

🇮🇱 अब्राहम समझौते (Middle East Peace Accords)

🇷🇺 रूस-यूक्रेन और 🇮🇷 इज़राइल-ईरान भविष्य में

ट्रंप के मन में क्या चल रहा है?

विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान ट्रंप की चुनावी रणनीति का हिस्सा है। 2024 में वापसी की कोशिश कर रहे ट्रंप, खुद को दुनिया का सबसे सफल ‘शांति निर्माता’ साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। नोबेल न मिलने की “शिकायत” नहीं, बल्कि यह उनका ‘दावे के साथ प्रचार’ है।

राजनीतिक संदेश या भावनात्मक प्रचार?

ट्रंप जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय सम्मान उनकी छवि को चमका सकते हैं। लेकिन नोबेल न मिलना उन्हें बार-बार इस तरह की पोस्ट करने पर मजबूर करता है। उनकी ये बात — “people know, and that’s all that matters to me!” — यह दिखाती है कि ट्रंप खुद को वैश्विक राजनीति में नायक के रूप में देखना चाहते हैं, भले ही उन्हें पुरस्कार मिले या नहीं।

International Yoga Day 2025 की झलकियां, इन नेताओं ने योग कर दिया स्वस्थ जीवन का संदेश|Yoga Day 2025|

शेयर करना
Exit mobile version