गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के कानपुर आगमन पर आर्य नगर विधानसभा से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई को परंपरागत रूप से नजरबंद कर दिया गया था। सपा विधायक का आरोप था कि मुख्यमंत्री सीसामऊ विधानसभा के 09 वार्डों के 36 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास कर सीसामऊ उपचुनाव की तैयारी करने के लिए थे | सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने इसके विरोध में झुनझुना बजाकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया था कि सीसामऊ में 09 नहीं 15 वार्ड है।
बीजेपी विधायक का पलटवार
मुख्यमंत्री के खिलाफ सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का यह प्रदर्शन जब सुर्खियां बनी तो बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी ने पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों का चाल चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है| बीजेपी विधायक का कहना था कि पिछले विधानसभा चुनाव में झूठ फैलाकर वोट प्राप्त करने का काम किया था| लेकिन जनता समझदार है और वो यह बात जानती है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने गठबंधन करके वोटरों को लुभाने के लिए एक लाख रुपया देने का फार्म भरवाया मतदाताओं को धोखा देने का काम किया था| समाजवादी पार्टी इससे बड़ा झुनझुना मतदाताओं को और क्या दे सकते है|
सिर्फ 15 वार्ड का नहीं पूरे 110 वार्डों का होना चाहिए विकास
अमिताभ बाजपेई ने कहा था कि मुख्यमंत्री आप पूरे उत्तर प्रदेश के हैं। विकास कार्य पूरे 15 वार्ड ही नहीं पूरे कानपुर के 110 वार्डों का कराना चाहिए। जो विकास कार्य अभी घोषित किया जा रहे हैं वो चुनाव से पहले कैसे पूर्ण हो पाएंगे| 2 वर्ष से आप चुनाव की तैयारी कर रहे हैं, तब भी विकास कार्य नहीं कर पाये। 7 साल से मुख्यमंत्री रहने पर नहीं करा पाये| 10 साल से केंद्र में सरकार है, 15 साल से नगर निगम में महापौर रहने के बावजूद जो विकास कार्य नहीं करा पाये, तो आपसे विकास कार्यों की उम्मीद करना बेमानी है।
सपा विधायक ने लगाए कई गंभीर आरोप
सपा विधायक ने कहा कि कानपुर में नाला सफाई के नाम पर जो करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है, वो आपकी ही पार्टी के जनप्रतिनिधियों के करीबियों की संलिप्तता से हुआ है। उस पर आपकी सरकार क्या कार्रवाई करेगी| कानपुर की जनता द्वारा जो करोड़ों रुपए टैक्स में दिए गए, उसकी बंदरबांट करने वाले सारे अपराधी कब पकड़े जाएंगे| परंतु जो उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी अपने छल कपट पूर्ण प्रयासों से कराने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें आपको लगता है कि झूठी घोषणाओं से कानपुर की जनता भ्रमित हो जाएगी, तो आप अवगत हो कानपुर महानगर बुद्धिजीवियों का शहर है, यहां के लोग असलियत एवं धोखे को भली भांति पहचानते हैं। सबको मालूम है जिन परियोजनाओं का शिलान्यास सीसामऊ में हो रहा है, वह परियोजनाएं चुनाव तक पूरी नहीं हो सकती, और जो चुनाव तक पूरी नहीं होंगी तो निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी के सीसामऊ से फिर से एक बार चुनाव हार जाने के बाद वो योजना कतई पूरी नहीं करेगी। इसलिए कानपुर के बुद्धिजीवी मतदाता जानते हैं कि 36 करोड़ की परियोजनाओं का सिर्फ दिखावा और छलावा है। यदि नियत साफ होती तो 7 साल प्रदेश सरकार, लगातार 15 साल से महापौर, 10 साल से प्रधानमंत्री होने के बाद जो विकास नहीं हो सका, इन सबको अब तक पूरा हो जाना चाहिए था।