Sambhal Violence: मुरादाबाद जिला जेल के जेलर और डिप्टी जेलर के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया हैं.. संभल हिंसा के आरोपियों से जेल में सपा नेताओं ने मुलाकात की था, जिसके बाद डीजी जेल ने मुरादाबाद के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ कार्यवाही की सिफ़ारिश शासन को भेजी है.

सपा नेताओं ने बगैर पर्ची लिए मुलाकात

दरअसल, सोमवार को सपा विधायक नवाबजान, चौधरी समरपाल सिंह, पूर्व सांसद एसटी हसन के साथ कई सपा नेताओं ने जेल में संभल दंगे के आरोपियों से मुलाकात की थी. आरोप है कि पूर्व सांसद और विधायकों के साथ कुछ सपा नेताओं ने बगैर पर्ची लिए मुलाकात की थी. जिसके बाद योगी सरकार ने एक्शन लिया हैं….

जेल न होने की वजह से हिंसा

बता दें कि सांसद और विधायकों को अपने जिले की जेल में बंदियों से मुलाकात के विशेष अधिकार मिलते हैं. शासन के निर्देश पर डीजी जेल ने डीआईजी जेल कुंतल किशोर को मामले की जांच सौंपी थी. वही संभल में जेल न होने की वजह से हिंसा के गिरफ्तार सभी आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं.

गाजीपुर-दिल्ली बॉर्डर पार पुलिस की भारी तैनाती

इसके इलावा संभल मामले से जुड़ी आज की एक बड़ी खबर हैं… दरअसल, 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के बाद से सियासी दंगल सड़क से लेकर संसद तक आज भी जारी है. बुधवार यानि की आज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी सांसद बहन प्रियंका गांधी व अन्य नेताओं के साथ संभल के लिए रवाना होने वाले हैं. उनको रोकने के लिए गाजीपुर-दिल्ली बॉर्डर पार पुलिस की भारी तैनाती की गई है. संभल के डीएम और मुरादाबाद कमिश्नर ने पहले ही अपील की थी कि कोई भी जनप्रतिनिधि 10 दिसंबर तक संभल न आए. बावजूद इसके कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संभल जाने पर अड़े हैं. जिसकी वजह से योगी सरकार ने प्रशासन को अलर्ट मोड पर लगा दिया हैं.. जिससे राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं को संभल जाने से रोका जा सके..

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