लोकसभा चुनाव के परिणाम से उत्साहित समाजवादी पार्टी अब राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करने के लिए कई राज्यों में अपना विस्तार करने की तैयारी कर रही है। सपा ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने की रणनीति बनायी है। अब पार्टी जम्मू-कश्मीर के चुनावी दंगल में भी उतरने जा रही है
पार्टी की रिलांचिंग आज
सपा जम्मू-कश्मीर की सात सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ सकती है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनावी तैयारी के लिए जियालाल वर्मा को जम्मू-कश्मीर का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। जियालाल वर्मा ने प्रत्याशियों के नामों की सूची भी अखिलेश यादव को उपलब्ध करा दी है। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष जियालाल वर्मा विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी की औपचारिक घोषणा आज बुधवार को 12 बजे कर सकते हैं। जम्मू प्रेस क्लब में 12 बजे पार्टी की लांचिंग होगी, जिसमें प्रदेश के पुराने कार्यकर्ताओं को बुलाया गया हैं. इस दौरान चुनाव लड़ने पर भी पार्टी मंथन करेगी साथ ही संगठन की जिम्मेदारी भी इस दौरान तय की जाएगी.
2014 में हुए थे विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे. तब BJP और PDP ने गठबंधन सरकार बनाई थी. 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी. इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन रहा. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया. राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी. इसके बाद पांच अगस्त 2019 को सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया. इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.