लखनऊ। वृक्षारोपण महाअभियान वर्ष 2025 के क्रम में मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में आज दिनांक 4 जुलाई को पौधारोपण के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन आयुक्त कक्ष कार्यालय में आहूत किया गया। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक रेनु सिंह, मंडल के समस्त जिलाधिकारी, डीएफओ व सिंचाई विभाग सहित संबंधित अधिकारी जूम बैठक के द्वारा उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने कहा की 9 जुलाई को वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जायेगा। 7 जुलाई तक नर्सरी से पौधों की उठान करा ली जाए। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी व डीआईओएस के द्वारा तीन-तीन बाल वन की स्थापना प्राथमिक विद्यालय पर किया जाना है, उसके लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित कर लिया जाए। नगर निगम पार्को में अच्छे पौधों का वृक्षारोपण किया जाए। मंडल के अंतर्गत 6 जनपदों के 7 वन प्रभागों में 6175 ग्राम पंचायत तथा 70 शहरी क्षेत्र सम्मिलित होंगे। मंडल में वृक्षारोपण के लिए विभागीय व अन्य समस्त विभागों का लक्ष्य 3,84,97,200 एवं जनपद लखनऊ का लक्ष्य 36,56,740 निर्धारित है।

मंडलायुक्त को संबंधित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि अटल वन की स्थापना दिनांक 16 जुलाई भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर किया जाएगा। एकता वन की स्थापना 31 जुलाई को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वे जन्मदिवस के अवसर पर किया जाएगा। शौर्य वन की स्थापना 15 अगस्त देश की सुरक्षा में वीर सेनानियों के अमूल्य योगदान हेतु स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया जाना है। गोपाल वन की स्थापना 18 जुलाई गौशाला परिसर में निवास करें पशुओं को छाया एवं चारा हेतु वृक्षारोपण किया जाना है। त्रिवेणी वन की स्थापना 21 जुलाई को महाकुंभ के सफल आयोजन की स्मृति में वृक्षारोपण किया जाना है।

बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा पद्वति बनाते हुए संयुक्त रूप से वृहद स्तर पर पौधारोपण कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। जनपद के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया जाए। शासन की मंशानुरूप रिवर साइट पर पौधारोपण प्राथमिकता के आधार पर कराया जाना है। डीएफओ अच्छे गुणवत्ता के पौधे संबंधित विभागों को उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि संबंधित समस्त विभाग लक्ष्य के सापेक्ष ससमय गड्ढा खुदाई करने के उपरांत वृक्षारोपण कराया जाना सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि पेड़ों पर प्रकृति निर्भर करती है। पेड़ लगाना प्रकृति का संरक्षण व संवर्धन है और प्रकृति का संरक्षण व संवर्धन ईश्वर की श्रेष्ठ आराधना है। एक पेड़ लगाने से असंख्य जीव-जन्तुओं के जीवन का उद्धार होता है और उसका अपार पुण्य सहजता से हासिल होता है। एक तरह से पेड़ लगाने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।

आयुक्त ने जनपद के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा की आज वन क्षेत्र कम होता जा रहा है, हम सभी को वृक्षारोपण में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाए जाने के साथ ही साथ उनको सुरक्षित रखने की भी उतनी ही आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए तथा अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे लगाना बहुत ज़रूरी है।

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