भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पन्नी में लिपटे होने से किसानों के बीच नाराजगी पनप रही है। किसानों का कहना है कि चौधरी साहब के नाम पर राजनीति करने वाले आखिर कहां गए। लोगों के सामने यह बात साफ होनी चाहिए कि आखिर 20 साल से मूर्ति का अनावरण क्यों नहीं किया गया। रालोद नेताओं ने इसके लिए क्या प्रयास किए। सरकार के साथ हिस्सेदारी में होने के बावजूद प्रकरण में अनदेखी बरती जा रही है। जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए अभी तक ठोस पहल क्यों नहीं की।
अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के प्रदेश प्रभारी का पूरे मामले पर कहना है कि यह देश और समाज का दुर्भाग्य ही है। किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा 20 साल बाद भी पन्नी में लिपटी हुई है। जनप्रतिनिधियों को इसके लिए आगे आना चाहिए। रालोद अध्यक्ष को खुद इसके लिए पहल करनी चाहिए। चौधरी साहब के नाम पर राजनीति करने वाले कहां गए।