मैक्रोइकोनॉमिक अनिश्चितताओं, ऊँची ब्याज दरों और भू-राजनीतिक जोखिमों के बावजूद दुनिया भर में डीलमेकिंग में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। भारत इस वैश्विक हलचल में एक चमकता हुआ सितारा बनकर उभरा है। गोल्डमैन सैक्स की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंकिंग को-हेड किम-थु पॉसनेट ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कई अहम इनसाइट्स साझा किए।
वैश्विक M&A में बड़ी तेजी, एशिया-प्रशांत क्षेत्र सबसे आगे
- $500 मिलियन से अधिक की डील्स में विश्व स्तर पर 17% की वृद्धि देखी गई है।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में यह वृद्धि 33% है, जो अमेरिका (19%) और यूरोप-मिडल ईस्ट-अफ्रीका (4%) से कहीं अधिक है।
- M&A वॉल्यूम में एशिया में 190% उछाल आया है, जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र में कॉर्पोरेट डील्स की भूख तेज़ी से बढ़ रही है।
इक्विटी कैपिटल मार्केट्स में दिखने लगी रिकवरी
- 26% ग्लोबल IPO वॉल्यूम एशिया-पैसिफिक से, जिसमें भारत की भूमिका अहम है।
- पिछले दो महीनों में भारत में ECM वॉल्यूम का $14 बिलियन पूरा हुआ है, जबकि कुल 2025 में अब तक का आंकड़ा $22 बिलियन तक पहुंच चुका है।
- यह दर्शाता है कि भारत के पूंजी बाजार में जोरदार गति लौट रही है।
भारत की डिजिटल और इक्विटी क्रांति
- भारत में 2024 में रिकॉर्ड ब्रेकिंग ECM के बाद, 2025 में फिर से तेज़ी आने लगी है।
- प्रमुख कारणों में शामिल हैं:
- IPO के लिए तैयार स्टार्टअप्स,
- घरेलू निवेशकों की भागीदारी में बढ़ोतरी,
- विदेशी संस्थागत निवेशकों की रुचि।
- साथ ही, भारतीय कंपनियों का पुनः-डोमिसाइल होकर भारत में लिस्टिंग की योजना बनाना भी एक नया ट्रेंड है।
गोल्डमैन सैक्स की भारत पर फोकस्ड रणनीति
- गोल्डमैन सैक्स भारत को एशिया में अपनी ग्रोथ रणनीति का पिलर मानता है।
- कंपनी भारतीय इकाइयों की लिस्टिंग, विदेशी निवेशकों के साथ बातचीत और M&A डील्स में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
AI और डीलमेकिंग का भविष्य
- पॉसनेट ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब कैपिटल फॉर्मेशन को री-डिफाइन कर रहा है।
- AI न केवल निवेश विश्लेषण में मदद कर रहा है, बल्कि तेजी से बदलते बाजार में निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने का अवसर भी दे रहा है।
2025 की दूसरी छमाही में भारत वैश्विक डीलमेकिंग का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। चाहे वो IPO हो, M&A हो या विदेशी लिस्टिंग—भारत की स्थिति न केवल मजबूत है, बल्कि अगले दशक तक वैश्विक निवेश बूम को नेतृत्व देने की दिशा में बढ़ रही है।