गौतम अडानी का व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में दिया गया संबोधन भारतीय सिनेमा, कहानी कहने और राष्ट्र निर्माण की सशक्त परिभाषा को उजागर करता है। अडानी जी ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं है, बल्कि यह एक सशक्त माध्यम है जो राष्ट्रों की पहचान और संस्कृति को आकार देता है।

उन्होंने खासकर राज कपूर जी और गुरु दत्त जी के योगदान पर प्रकाश डाला, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नयी दिशा दी। उनके अनुसार, भारतीय सिनेमा ने हमेशा अपने दर्शकों को न सिर्फ मनोरंजन प्रदान किया, बल्कि उन्हें विचार करने के लिए प्रेरित भी किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा, विशेषकर राज कपूर जी की फिल्मों, ने भारत के सॉफ़्ट पावर को दुनिया भर में प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया।

अडानी जी ने अपने उद्यमिता के अनुभवों को साझा करते हुए यह भी बताया कि जैसे एक निर्माण की शुरुआत एक कहानी से होती है, वैसे ही व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल भी एक सपने से शुरू हुआ था। सुभाष घई द्वारा उठाए गए सवालों और विचारों ने उन्हें यह समझने में मदद की कि भारत को अपनी कहानियाँ दुनिया के सामने खुद प्रस्तुत करनी चाहिए, और यह सिनेमा के माध्यम से ही संभव है।

संबोधन के दौरान अडानी जी ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की भूमिका को भी बताया। उनके अनुसार, एआई के जरिए भविष्य में सिनेमा निर्माण की प्रक्रिया पूरी तरह बदलने वाली है। वह एक युग की कल्पना करते हैं, जहां फिल्म निर्माण की लागत 70-80% तक गिर जाएगी, और एक नया क्रिएटिव युग उभरेगा, जिसमें हर कहानीकार अपने स्टूडियो का मालिक होगा।

आगे चलकर उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सिनेमा की शक्ति सिर्फ सिनेमा तक सीमित नहीं है, बल्कि वह राजनीतिक, सामाजिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी प्रभावी है। उन्होंने यह भी उदाहरण दिया कि कैसे एक झूठी कहानी, जैसे हिंडनबर्ग रिपोर्ट, पूरी दुनिया में फैल गई और हमारे कंपनी के $100 बिलियन से ज्यादा की कीमत को नुकसान पहुंचाया।

अडानी जी का यह संबोधन इस बात का प्रतीक था कि सिनेमा, कहानियाँ और टेक्नोलॉजी आज के समय में एक साथ मिलकर समाज और राष्ट्रों को प्रभावित कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अपनी कहानी खुद कहनी होगी, क्योंकि अगर हम अपनी कहानी नहीं बताएंगे, तो कोई और हमें उनके दृष्टिकोण से बताएगा।

अडानी जी ने व्हिसलिंग वुड्स के छात्रों को यह प्रेरणा दी कि वे अपनी कहानियों को दुनिया तक पहुंचाने के लिए तैयार रहें। उनके अनुसार, कहानी कहने की शक्ति अब सिर्फ सिनेमा में नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में प्रभावी रूप से दिखाई देती है।

गौतम अडानी का छात्रों से संवाद, व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट में सफलता के टिप्स साझा किए !

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