गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उन्हें “आप नेताओं में अग्रणी” कहा और विकासशील देशों के लिए उनके नेतृत्व और योगदान की प्रशंसा की।
जॉर्जटाउन में एक बैठक के दौरान राष्ट्रपति अली ने पीएम मोदी की शासन शैली की तारीफ करते हुए कहा, “यह हमारे लिए सबसे बड़ा सम्मान है कि आप यहां हैं। आप नेताओं में अग्रणी हैं। आपने शानदार नेतृत्व किया है, विकासशील देशों को नई राह दिखाई है और ऐसे विकासात्मक मानक बनाए हैं जिन्हें कई देश अपना रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ब्राज़ील में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद मंगलवार को गुयाना पहुंचे। वे पिछले 56 वर्षों में गुयाना का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। उनके स्वागत के लिए राष्ट्रपति अली, उनके समकक्ष मार्क एंथनी फिलिप्स और कई कैबिनेट मंत्री उपस्थित थे।
द्विपक्षीय वार्ताएं और समझौते
पीएम मोदी ने जॉर्जटाउन में स्टेट हाउस में राष्ट्रपति अली से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और यूपीआई जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा की। साथ ही, कृषि और तकनीकी हस्तांतरण सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान दोनों नेताओं ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत एक पौधा भी लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “गुयाना पहुंचकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली, पीएम मार्क एंथनी फिलिप्स और वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा हवाई अड्डे पर स्वागत के लिए आभारी हूं। मुझे यकीन है कि यह दौरा हमारे देशों के बीच मित्रता को और मजबूत करेगा।”
गुयाना से ‘व्यक्तिगत जुड़ाव’ पर पीएम मोदी का जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका गुयाना से विशेष जुड़ाव है। “मैं यहां 24 साल पहले आया था। आज मुझे प्रधानमंत्री के रूप में आने का सौभाग्य मिला है। हमारे संबंध 180 साल पहले भारत से यहां आए लोगों द्वारा स्थापित किए गए थे। आज भारतीय समुदाय गुयाना के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”
मोदी ने यह भी बताया कि भारत ने पिछले साल गुयाना की रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए दो डोर्नियर विमान उपलब्ध कराए और सैनिकों के प्रशिक्षण व छात्रवृत्ति के माध्यम से मदद देने का वादा किया। उन्होंने राष्ट्रपति अली को भारतीय समुदाय का “बड़ा ब्रांड एंबेसडर” बताया।
भारत-गुयाना सहयोग के नए आयाम
राष्ट्रपति अली ने पीएम मोदी के इस दौरे को भारत और गुयाना के बीच सहयोग को बढ़ाने के लिए एक “महत्वपूर्ण मील का पत्थर” करार दिया।
पीएम मोदी दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे, जहां वे कैरेबियाई देशों के नेताओं के साथ मिलकर अक्षय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे। इससे पहले, उन्होंने 74वें संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान पहले भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।