Health Tips: आमतौर पर सात से नौ घंटे की नींद को सेहत के लिए उपयुक्त मानी जाती है, इसलिए अधिकतर लोग यो कोशिश करते हैं कि कम से कम इतनी नींद तो पूरी कर ही लें। हालांकि, आजकल की व्यस्त जीवनशैली में लोग देर रात तक जागते हैं और दिन का एक बड़ा हिस्सा सोते रहते हैं। अधिकांश लोग नींद पूरी करने पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन सोने का सही समय नजरअंदाज कर देते हैं।

असल में, एक व्यक्ति की उम्र, काम करने का तरीका और नींद का पैटर्न ये सभी फैक्टर नींद के समय को प्रभावित कर सकते हैं, जिसके कारण सोने और उठने का समय हर किसी के लिए अलग हो सकता है। हालांकि, यह जानना भी जरूरी है कि सोने का सही समय क्या हो सकता है। तो चलिए, वेरी वेल हेल्थ डॉट कॉम के अनुसार इस बारे में जानते हैं।

कैसे लें सकते हैं अच्छी नींद

कई बार ऐसा होता है कि हमें लंबे समय तक नींद नहीं आती। करवटों के बीच नींद कहीं खो जाती है। इसीलिए बिस्तर पर करवटें लेने के बजाय उठ जाएं। यदि आपको 20-30 मिनट के बाद भी नींद नहीं आ पा रही है, तो उठकर कोई ऐसा काम करें जिससे दिमाग को आराम मिले जैसे- किताब पढ़ें, सुकून देने वाला संगीत सुनें, हल्का गर्म दूध पीएं या गहरी साँस लेने या ध्यान लगाने की कोशिश करें। कमरे की लाइट्स ऑफ ही रखें।

नींद की गुणवक्ता है जरूरी

नींद की गुणवक्ता का महत्तव बहुत है। इसलिए हमें इस बात का ध्यान तो देना ही है कि लंबे समय के साथ-साथ नींद की गुणवक्ता भी होनी चाहिये। जितनी गहरी नींद में आप सोएंगे उतना ही आपकी सेहत के लिए अच्छा है। जब हम गहरी नींद में सोते हैं तब हमारे शरीर की मरम्मत होती है। गहरी नींद लेने से मूड अच्छा रहता है और चिड़चिड़ापन भी कम होता है। गहरी नींद लेने से इंसुलिन प्रतिरोध से बचा जा सकता है।

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