मेरठ- मेरठ के गांव अक्खेपुर में जिला पंचायत सदस्य के रिश्तेदार 26 साल के शिवम को कार सवार युवक गोली मारकर अगवा करके ले गए। धारदार हथियार से हत्या करने के बाद आरोपी सलावा गांव के पास गंगनहर के किनारे शव फेंककर फरार हो गए। बता दें कि शिवम हापुड़ के पिलखुवा थाने के गांव बड़ौदा का रहने वाला था। दो साल से वह अक्खेपुर गांव में अपनी बहन के यहां रहकर खाद-बीज की दुकान चला रहा था। घटना की वजह बड़ौदा गांव के पूर्व प्रधान के परिवार से रंजिश बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, शिवम भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य सुनील प्रधान के तहेरे भाई विनीत का साला था। बृहस्पतिवार शाम वह अक्खेपुर गांव के बाहरी छोर पर पेट्रोल पंप के पास स्थित दुकान बंद कर घर जा रहा था। रास्ते में कार सवार युवकों ने बाइक में टक्कर मारकर गिरा दिया। हमलावरों ने उसके पैर में दो गोलियां मारी। इसके बाद शिवम को कार में डालकर दौलतपुर गांव की ओर ले गए। पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने घटना की सूचना पुलिस और ग्रामीणों को दी। पुलिस ने शिवम का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया और आरोपियों की तलाश में जुट गई। घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर दूर उसका मोबाइल पड़ा मिला। गंगनहर पटरी पर सलावा गांव के पास शव मिला। रिश्तेदारों के मुताबिक करीब छह साल पहले शिवम बड़ौदा गांव में जानलेवा हमले के मामले में जेल गया था। जमानत मिलने के बाद वह बहन के घर आकर रहने लगा था। इस मामले में एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं। परिजनों ने अभी तहरीर नहीं दी है। पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है।

गंगनहर में शव को फेंकने की थी योजना

आरोपियों की योजना शिवम का शव गंगनहर में फेंकने की थी। सलावा गांव के पास उन्होंने कार रोककर शव गंगनहर में फेंका, लेकिन शव पेड़ से टकराकर गंगनहर में गिरने से बच गया। पुलिस और ग्रामीण शिवम को तलाश करते हुए पहुंचे तो उन्हें शव गंगनहर किनारे पड़ा मिला। बाद में फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। शव पर धारदार हथियार के कई निशान थे। इससे माना जा रहा है कि कार में डालने के बाद आरोपियों ने उस पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

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