कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के एक और मामले ने सनसनी फैला दी है। फर्रुखाबाद निवासी इंजीनियर मयंक कटिहार की मौत हेयर ट्रांसप्लांट के महज 24 घंटे बाद हो गई। मयंक ने 18 नवंबर को डॉक्टर अनुष्का तिवारी के “अंपायर हेयर ट्रांसप्लांट क्लीनिक” में इलाज कराया था, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ती चली गई और 19 नवंबर की सुबह उनका निधन हो गया।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर अनुष्का तिवारी ने न सिर्फ गलत इलाज किया, बल्कि मयंक की हालत बिगड़ने पर भी उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया। मयंक की मां प्रमोदिनी कटिहार ने बताया कि ऑपरेशन के बाद बेटे के सिर में तेज दर्द और चेहरे में सूजन शुरू हो गई थी। जब उन्होंने बार-बार डॉक्टर से संपर्क किया, तो उन्हें हर बार यही कहा गया कि “सब ठीक है।” हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने कार्डियोलॉजिस्ट को दिखाने की सलाह दी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
मयंक के भाई कुशाग्र कटिहार का कहना है, “मयंक पूरी तरह स्वस्थ था, लेकिन डॉक्टर की लापरवाही ने उसकी जान ले ली। अब हम चाहते हैं कि उसके साथ न्याय हो और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।” परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि डॉक्टर ने मयंक की मौत के बाद उनका नंबर ब्लॉक कर दिया और कोई संपर्क नहीं रखा।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब मार्च महीने में इंजीनियर विनीत दुबे की मौत का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था। विनीत की मौत भी हेयर ट्रांसप्लांट के कुछ ही समय बाद हुई थी, और उस केस में भी डॉक्टर अनुष्का तिवारी पर लापरवाही का आरोप लगा था। विनीत की पत्नी की शिकायत पर 56 दिन बाद रावतपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी।
मयंक के परिजनों का कहना है कि अब वे एसीपी अभिषेक पांडे से मिलकर मामले की शिकायत दर्ज कराएंगे, जो पहले से ही विनीत दुबे केस की जांच कर रहे हैं।
हालांकि परिवार को इस बात का अफसोस है कि उन्होंने मयंक की मौत के बाद पोस्टमार्टम नहीं कराया, लेकिन अब जब एक और केस सामने आया है, तो वे भी पूरी तरह से कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।