लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुरू हुई पवित्र कांवड़ यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यात्रा मार्ग का हेलीकॉप्टर से वृहद निरीक्षण कर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं, तो वहीं आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने साफ किया है कि कांवड़ मार्ग पर शराब की दुकानों को ढकने को लेकर सरकार की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है।
आबकारी मंत्री का बड़ा बयान
इन्वेस्टर समिट से जुड़ी एक प्रेस वार्ता में मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा ऐसा कोई शासनादेश नहीं है। इस संबंध में निर्णय लेने का अधिकार जिलाधिकारियों को है। वे स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेंगे। मंत्री के बयान से साफ हो गया है कि इस मुद्दे पर राज्य स्तर से कोई एक समान नीति नहीं बनाई गई है।
डीजीपी की मेरठ में उच्चस्तरीय बैठक
इस बीच, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण मेरठ कमिश्नरी पहुंचे, जहां कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए। राजस्थान के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक में यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था, रूट डायवर्जन, डीजे की अनुमति एवं समय सीमा सहित अन्य बिंदुओं पर गहन मंथन किया गया।
सीएम योगी ने किया हवाई निरीक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद से बिजनौर तक हेलीकॉप्टर से कांवड़ यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई, विद्युत एवं प्रकाश की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सीएम ने विशेष रूप से खानपान की वस्तुओं में थूकने या उन्हें अपवित्र करने वाले कृत्यों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
आस्था के साथ शुचिता की रक्षा
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति या समूह कांवड़ यात्रा को अपवित्र करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, आस्था और परंपरा की मर्यादा बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि यात्रा मार्गों पर CCTV, बैरिकेडिंग, खोया-पाया केंद्र, मेडिकल कैंप, महिला सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन की मजबूत व्यवस्था होनी चाहिए। यात्रा का सफल, सुरक्षित और श्रद्धामय आयोजन सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रशासनिक अमले को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।