Jammu Kashmir Independence Day 2025 Security. स्वतंत्रता दिवस समारोह और उससे जुड़े कार्यक्रमों से पहले कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार, श्रीनगर शहर में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिली है, जिनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं क्योंकि वे स्वतंत्रता दिवस समारोह में खलल डालने के मंसूबे से हमले की योजना बना रहे थे।

आईजीपी कश्मीर विजय कुमार वृधि और एडीजीपी सशस्त्र जम्मू-कश्मीर आनंद जैन ने स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए लाल चौक, श्रीनगर के प्रताप पार्क स्थित बलिदान स्तंभ का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।

ड्रेस रिहर्सल में शामिल हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बलिदान स्तंभ पर आयोजित होने वाले समारोह के लिए ड्रेस रिहर्सल भी संपन्न हुआ, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। इस बार यह पहली बार होगा जब स्मारक की दीवारों पर अंकित शहीदों को सम्मान चिह्न प्रदान किया जाएगा, जिससे उनके बलिदान को विशेष रूप से याद किया जाएगा।

आईजीपी का बयान : ‘15 अगस्त के लिए सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह पुख्ता’

आईजीपी कश्मीर वी के बिरदी ने स्पष्ट किया कि 15 अगस्त के स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद है। उन्होंने कहा कि किसी भी असामाजिक तत्व को कार्यक्रम में बाधा डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी और सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा के लिए सभी जरूरी संसाधन और रणनीतियां तैयार कर ली गई हैं।

श्रीनगर में 12 अगस्त को होगी विशाल तिरंगा रैली

स्वतंत्रता दिवस से तीन दिन पहले 12 अगस्त को श्रीनगर में एक विशाल तिरंगा रैली का आयोजन किया जाएगा। यह रैली एसकेआईसीसी लॉन से शुरू होकर 5 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस रैली में स्कूली बच्चे, युवाओं और आम नागरिकों के 10,000 से अधिक लोग हिस्सा लेंगे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

बख्शी स्टेडियम में होगा मुख्य समारोह

मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह 15 अगस्त को बख्शी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जहां जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मुख्य अतिथि होंगे। इस बार का समारोह खास है क्योंकि यह पिछले साल निर्वाचित सरकार के गठन के बाद पहला स्वतंत्रता दिवस होगा। उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री होंगे, जो स्वतंत्रता दिवस पर सलामी लेंगे। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों में भी स्वतंत्रता दिवस के बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

"मैं इसलिए कूदा ताकि वोट चोरी होने से बचा सकूं'',बैरीकेडिंग तोड़ प्रदर्शन की Akhilesh ने बताई वजह !

शेयर करना
Exit mobile version