Uttar Pradesh News. शारदीय नवरात्र की महानवमी पर गोरखनाथ मंदिर गूंज उठा मातृ शक्ति के सम्मान और श्रद्धा के मंत्रोच्चार से। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे और विधिपूर्वक पूजन किया। इस मौके पर मंदिर में आए श्रद्धालु सीएम के स्नेह और सादगी से बेहद प्रभावित हुए।

गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्या पूजन के दौरान न सिर्फ पारंपरिक विधि का पालन किया, बल्कि बच्चों के प्रति अपने स्नेह और सादगीपूर्ण व्यवहार से सबका दिल जीत लिया। नौ कन्याओं के पांव धोने के साथ ही उन्हें चुनरी ओढ़ाई, माला पहनाई, रोली, चंदन, अक्षत और दही से तिलक लगाया। इसके साथ ही पुष्प और दुर्वा से उनका अभिषेक भी किया गया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एक छह माह की बच्ची और हनुमान वेश में आए बालक का भी पूजन कर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में सीएम ने स्वयं अपने हाथों से बच्चों को ताजा भोजन परोसा और यह सुनिश्चित किया कि किसी के थाली में कोई कमी न हो।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कन्याओं और बटुकों को उपहार व दक्षिणा भी दी। इस दौरान बच्चों की खुशी और उत्साह देखते ही बन रहा था। बालिकाओं ने सीएम के हाथों से दक्षिणा पाकर खुशी के आंसू भी बहाए। कार्यक्रम में गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ और काशी से आए जगद्गुरु स्वामी संतोषाचार्य सतुआ बाबा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन से पूर्व प्रातःकाल मंदिर के शक्तिपीठ में मां सिद्धिदात्री की विधिपूर्वक आराधना की और मातृ शक्ति के प्रति अपनी श्रद्धा जताई। उन्होंने कहा कि नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हैं। कन्या पूजन जैसी परंपराएं समाज में मातृ शक्ति के प्रति सम्मान और श्रद्धा की भावना को मजबूत करती हैं।

इस भव्य और भावपूर्ण कार्यक्रम में शामिल लोगों ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों से अपने पांव पखारने और भोजन ग्रहण करने का अनुभव एक अनूठा और स्नेहिल एहसास था। कार्यक्रम ने साबित कर दिया कि नवरात्र केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि मातृ शक्ति और समाज में नारी सम्मान का प्रतीक भी है।