Desk : भारत द्वारा अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सलाहकार सनाउल्लाह ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि जब भारत ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलों से जवाबी हमला किया, तो पाकिस्तान के पास यह तय करने के लिए सिर्फ 30 से 45 सेकंड का वक्त था कि मिसाइल पारंपरिक है या परमाणु हथियारों से लैस। इस दावे ने एक बार फिर उस समय दोनों देशों के बीच बने खतरनाक तनाव को उजागर कर दिया है।
सनाउल्लाह ने बताया कि यह हमला पाकिस्तान के नूर खान एयर बेस को लक्ष्य बनाकर किया गया था, और इसने पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों की पोल खोल दी। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत की इस कार्रवाई ने इस्लामाबाद में हड़कंप मचा दिया था।
“भारत को जवाब देने का हमारे पास लगभग कोई वक्त नहीं था। हालात इतने संवेदनशील हो चुके थे कि अगर ज़रा भी चूक होती, तो परमाणु युद्ध की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता,” – सनाउल्लाह, सलाहकार, पाकिस्तान पीएम
विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने दुश्मन के संभावित हमले का जवाब सिर्फ़ मिनटों में दिया। ऑपरेशन की सटीकता और रफ्तार इतनी जबरदस्त थी कि पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया देने से पहले ही स्तब्ध रह गई।
इस खुलासे के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली और सैन्य रणनीति न केवल अत्याधुनिक है, बल्कि तेज़ निर्णय और लक्ष्य भेदन में भी सर्वोत्तम है। पाकिस्तान के अंदर मचे हड़कंप और तत्कालीन निर्णय प्रक्रिया में आई बाधा ने इस ऑपरेशन की सफलता को और अधिक ऐतिहासिक बना दिया।
ऑपरेशन सिंदूर अब केवल एक जवाबी हमला नहीं बल्कि भारत की सामरिक श्रेष्ठता और सैन्य निर्णायकता का प्रतीक बन चुका है। शहबाज शरीफ के सलाहकार के इस बयान ने यह भी दर्शा दिया कि भारत की आक्रामक रणनीति से पाकिस्तान परमाणु युद्ध की कगार तक पहुंच गया था।