उत्तर प्रदेश में जल्द ही 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। उपचुनाव की तारीखे के ऐलान से पहले सूबे की सियासत खूब गरमाई हुई है। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी ने 6 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी वहीं भाजपा में सीट के बंटवारे को लेकर घमासान छिड़ गया है। सहयोगी दल निषाद पार्टी को बीजेपी द्वारा एक भी सीट न देने की बात की बात चल रही है। जिसके बाद से ही यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद बेहद नाराज है।
भले ही अभी यूपी उपचुनाव के तारीखों का ऐलान नहीं हुआ हो लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर पार्टियों में घमासान छिड़ गया है। योगी सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद का साफ कहना है कि उनकी पार्टी दो सीटों मझवां और कटेहरी पर तैयारी करेगी। इन दोनों सीटों पर हम पहले चुनाव लड़ चुके है।
मंत्री संजय निषाद ने भारत समाचार से बातचीत के कहा कि अगर हमें मझवां और कटेहरी सीट नहीं मिली तो बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा। निषाद को सिम्बल का ना मिलना 2024 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की कई सीट पर हार का कारण बना है। निषाद पार्टी अपने ही सिम्बल पर चुनाव लड़ने की पर तैयारी करी हुई है। कार्यकर्ता वोट डलवाने का काम करते है अगर उनको सिम्बल नहीं दिखेगा तो वो वोट क्यों देगें।
उन्होंने आगे कहा कि सहयोगी दल की अभी बैठक होगी उसके बाद तय होगा कि कितनी सीट मिल रही है।10 सीटों पर हमने अपने लोगो को लगा रखा है। बीजेपी को अपने गठबंधन का धर्म निभाना चाहिए ये दोनों सीट निषाद समाज को ही मिलनी चाहिए। चर्चा कुछ भी चल रही है उससे कोई मतलब नहीं है। फिलहाल संजय निषाद सोमवार को सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इन दोनों सीटों की मांग करेंगे। अब देखना है भोजन भरी थाली संजय निषाद को मिलती है या नहीं।