Lucknow: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में सपा और कांग्रेस मिलकर एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरेंगी. इनके बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी लगभग तय ही हो गया है. यूपी की जिन 9 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से सात सीट पर सपा चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस अलीगढ़ की खैर और गाजियाबाद दो सीटों पर किस्मत आजमाएगी.
महिला प्रत्याशी पर दांव लगाएगी कांग्रेस
ऐसे में कहा जा रहा हैं कि इन सीटों पर कांग्रेस महिला प्रत्याशी उतार सकती है. खैर विधानसभा से चारु और गाजियाबाद से डॉली शर्मा को टिकट मिल सकता है. 2022 के विधानसभा चुनाव में चारु दूसरे स्थान पर थी. बाद में चारु कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल हो गई थी. वही गाजियाबाद सीट से डॉली शर्मा विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है. ऐसे में इनके नाम की चर्चा जोरों पर हैं.
2024 का लोकसभा चुनाव गठबंधन ने लड़ा था साथ
इसके साथ ही सपा-कांग्रेस मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ी थी. अलीगढ़ से सपा के उम्मीदवार चौधरी बिजेंद्र सिंह को खैर सीट पर 95391 वोट मिले थे जबकि बीजेपी प्रत्याशी को 93900 वोट मिले थे. इस तरह सपा को 1491 वोटों से बढ़त मिली थी, लेकिन जाट समुदाय के होने का लाभ मिला था. इसी तरह गाजियाबाद सीट पर बीजेपी से सासंद बने अतुल गर्ग को गाजियाबाद विधानसभा सीट पर 137206 वोट मिले थे और कांग्रेस की प्रत्याशी डाली शर्मा को 63256 वोट ही मिल सके थे.
कांग्रेस ने 5 सीटों की रखी थी डिमांड
बता दें कि लोकसभा चुनाव में 9 विधायकों के सांसद चुने जाने और सीसामऊ सीट से विधायक रहे इरफान सोलंकी को सजा होने के चलते 10 विधानसभा सीटें खाली हुई हैं. कांग्रेस उपचुनाव में पांच सीटें मांग रही थी. गाजियाबाद, मझवां, मिल्कीपुर, खैर और फूलपुर सीट कांग्रेस उपचुनाव लड़ने की डिमांड रखी थी, क्योंकि इन सीटों पर सपा के विधायक नहीं थे. सपा और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी.