लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बीते 24 घंटे के भीतर हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में कई स्थानों पर सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, भदोही में सबसे ज्यादा 117 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। लखीमपुर खीरी में 115.8 मिमी, प्रतापगढ़ में 110 मिमी, सोनभद्र में 93 मिमी और वाराणसी में 87.6 मिमी बारिश दर्ज हुई। राजधानी लखनऊ में भी 40.4 मिमी बारिश हुई है, जिससे कई स्थानों पर जलभराव देखने को मिला।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में भी बारिश का असर रहा। अलीगढ़ में 100 मिमी, मथुरा में 76 मिमी, हाथरस में 65 मिमी, फिरोजाबाद में 62.4 मिमी, बदायूं में 44 मिमी, एटा में 40 मिमी और झांसी में 35.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे खेतों में पानी भर गया है और यातायात प्रभावित हुआ है।
सबसे गंभीर स्थिति प्रयागराज में देखने को मिल रही है, जहां गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। संगम क्षेत्र और इसके आसपास के सभी इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। कई रिहायशी कॉलोनियां पूरी तरह जलमग्न हो चुकी हैं। लोगों को आवागमन के लिए नावों का सहारा लेना पड़ रहा है, क्योंकि सड़कें पूरी तरह पानी में डूब गई हैं।
प्रशासन की ओर से राहत और बचाव के प्रयास जारी हैं, लेकिन स्थानीय निवासियों का कहना है कि व्यवस्थाएं नाकाफी हैं। कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति ठप है, और पेयजल की भी भारी समस्या उत्पन्न हो गई है। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं और किसी भी प्रकार की आपात सेवा तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक कई जिलों में और बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिला अधिकारियों से कहा गया है कि निचले इलाकों में विशेष निगरानी रखी जाए और जरूरतमंदों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए।