नई दिल्ली– केंद्र सरकार ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में ₹417 करोड़ की लागत से बनने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC 2.0) को मंजूरी दे दी। इसका उद्देश्य देश में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण, नवाचार और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है।
200 एकड़ में फैलेगा क्लस्टर, आएगा ₹2,500 करोड़ का निवेश
यह प्रोजेक्ट यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) द्वारा विकसित किया जाएगा और यह 200 एकड़ में फैला होगा। इसमें ₹2,500 करोड़ तक के निवेश की संभावना है।
15,000 नौकरियों और विश्वस्तरीय सुविधाओं का वादा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह परियोजना प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत’ के विजन को साकार करेगी और 15,000 नौकरियों के अवसर पैदा करेगी।” इसमें स्टार्टअप्स और MSMEs के लिए प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर, फैक्ट्री शेड, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, हॉस्टल, बिजली-पानी, और स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी।
बेहतरीन कनेक्टिविटी, एयरपोर्ट और एक्सप्रेसवे से जुड़ा
क्लस्टर यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और पलवल–खुर्जा एक्सप्रेसवे से जुड़ा होगा। नजदीक में ही Jewar International Airport और रेलवे स्टेशन स्थित हैं, जिससे लॉजिस्टिक सुविधा भी मजबूत होगी।
आसपास विकसित हो रहे हैं अन्य औद्योगिक हब
EMC क्लस्टर के चारों ओर मेडिकल डिवाइस पार्क, MSME और अपैरल पार्क, तथा एविएशन हब जैसे अन्य महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र भी हैं।
अब तक EMC स्कीम से 86,000 से अधिक नौकरियां
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, EMC योजनाओं के तहत अब तक ₹30,000 करोड़ का निवेश हो चुका है और 520 कंपनियों ने भागीदारी की है, जिससे 86,000 से अधिक रोजगार उत्पन्न हुए हैं।