उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 26 जुलाई, 2024 को देहरादून में 25वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह के दौरान एक शहीद सैनिक के परिवार के सदस्य के पैर छूते हुए। | फोटो क्रेडिट: एएनआई
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 26 जुलाई को घोषणा की कि शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी जाएगी। कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री धामी ने यह भी कहा कि राज्य सशस्त्र बलों में सेवा देने के बाद लौटने वाले अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की तैयारी कर रहा है।
श्री धामी ने कहा, “शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख की जाएगी। अब देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हमारे सैनिकों के परिवार के सदस्य दो साल के बजाय पांच साल तक सरकारी नौकरी के लिए आवेदन कर सकेंगे।” उन्होंने कहा कि देश के लिए सैनिकों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के लिए कोई भी अनुदान या सम्मान पर्याप्त नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि अब तक शहीदों के आश्रितों को केवल जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में ग्रुप सी और डी के पदों पर रिक्तियां होने पर ही नियुक्ति मिलती थी, लेकिन अब अन्य विभागों में भी उक्त ग्रुप के पदों पर रिक्तियां दी जाएंगी।
श्री धामी ने कहा, “राज्य सरकार भी सैनिकों के कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है। सैनिकों को दी जाने वाली अनुदान राशि पर कोई मतभेद नहीं होना चाहिए। हम यह सुनिश्चित करने पर काम कर रहे हैं कि उनके माता-पिता और पत्नियों दोनों को इसका लाभ मिले।”
श्री धामी ने यह भी घोषणा की कि सैनिक कल्याण विभाग के संविदा कर्मचारियों को विभाग के स्थायी कर्मचारियों के बराबर अवकाश दिया जाएगा।
श्री धामी ने कहा, “हम सरकारी नौकरियों में अग्निवीर को आरक्षण देने के लिए प्रावधान कर रहे हैं और एक अधिनियम ला रहे हैं।”
देहरादून स्थित शहीद स्मारक पर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री धामी ने उनके परिजनों को भी सम्मानित किया। कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के करीब 75 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सैनिक का बेटा होने के नाते उन्होंने एक सैनिक का संघर्ष देखा है।फौजी’ और उनके परिवार।
श्री धामी ने कहा, “कारगिल युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। हमने युद्ध जीता और वैश्विक स्तर पर कूटनीति भी जीती।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय सेना न केवल पहले से अधिक सक्षम और मजबूत हो रही है बल्कि इसकी ख्याति और गौरव भी बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, “एक तरफ हमारी सरकार सेना के आधुनिकीकरण पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी तरफ सैनिकों और उनके परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं में भी इजाफा कर रही है। प्रधानमंत्री लगातार सैनिकों का साहस और मनोबल बढ़ा रहे हैं और यही कारण है कि आज सेना गोली का जवाब गोली से दे रही है।”