बिहार चुनाव में भले ही समाजवादी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली हैं, लेकिन फिर भी अखिलेश यादव इस बार बिहार के चुनावी रण में उतरने को तैयार हैं । वो उत्तर प्रदेश के सटे इलाकों और मुस्लिम-यादव बहुल क्षेत्रों में रैली करेंगे । कई जानकारों का मानना है कि इन रैलियों से न सिर्फ बिहार की राजनीति प्रभावित होगी, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी संदेश भेजेगा, खासकर 2027 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर।

सिवान से ओसामा के लिए प्रचार

अखिलेश यादव का मुख्य प्रचार क्षेत्र में से एक सिवान भी होगा, जहां से पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा चुनावी मैदान में हैं। ओसामा इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हैं, और अखिलेश यादव उनके लिए प्रचार करेंगे। सिवान बिहार के सिमावती इलाकों में आता है, जहां से अखिलेश का प्रचार कई राजनीतिक संदेश लेकर आएगा।

सियासी संदेश और भविष्य की तैयारी

अखिलेश यादव की इस रैली का असर न केवल बिहार चुनावों पर, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों पर भी पड़ेगा। यह रैली महागठबंधन के लिए एक ताकतवर संदेश होगी और भविष्य में होने वाले चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेगी।

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