तेल अवीव: ईरान और इजरायल के बीच में तनाव की स्थिति बरकरार ही है. इस युद्ध की वजह से आम नागरिकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. लगातार दोनों ही देशों की तरफ से मिसाइलों से अटैक किए जा रहे है. और लोगों को इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है.
बीते दिनों में इजरायल की ओर से ये हमले और ज्यादा तेज कर दिए गए है. 26 अक्टूबर से ये हमले और बढ़ते जा रहे है.और इजरायल का ये जवाबी हमला है. इस बार हुए हमलों में इजराइल ने 10 ठिकानों को निशाना बनाया. साथ ही इजराइल ने ईरान की एक बैलिस्टिक मिसाइल फैक्ट्री को भी टारगेट किया. ईरान ने इजराइल पर 1 अक्टूबर को 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं. इसी के बाद जवाबी हमला करते हुए इजराइल ने बैलिस्टिक मिसाइल की फैक्ट्री को ही निशाना बनाया.
जिस फैक्ट्री को इजराइल ने निशाना बनाया इसमें खैबर और कासेम मिसाइलों को पावर देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले भारी ईंधन मिक्सर थे. यहीं पर सॉलिड फ्यूलको बैलिस्टिक मिसाइल तैयार करने के लिए मिक्स किया जाता था.
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल की एयरस्ट्राइक की वजह से ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल की फैक्ट्री पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है और ईरान को इस फैक्ट्री को दोबारा रिपेयर करने में पूरे 2 साल का समय लगेगा. हालांकि इस मीडिया में इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि यह फैक्ट्री कहां पर मौजूद है.
इसी के साथ ये भी बता दें कि इजरायल पर इसके पहले बीती 1 अक्तूबर को ईरान ने बड़ा हमला किया था। ईरान ने करीब 300 बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल के ऊपर दागी थीं, जिसमें से कई इजरायली क्षेत्र में गिरी थीं. कुछ मिसाइलें इजरायली हवाई बेस पर भी गिरी थीं.इजरायल के प्रधानमंत्री ने इन हमलों के बाद ईरान पर जवाबी हमले की कसम खाई थी.