भारत अब सिर्फ एयरक्राफ्ट के पुर्जे बनाने में नहीं बल्कि अपने खुद के नागरिक विमान (Civil Aircraft) बनाने की ओर बढ़ रहा है। टाटा ग्रुप ने एयरबस के साथ मिलकर एक बड़ी शुरुआत की है। कर्नाटक के कोलार में एक हेलिकॉप्टर असेंबली फैक्ट्री बनाई जा रही है, जो भारत की पहली प्राइवेट हेलिकॉप्टर असेंबली यूनिट होगी।
क्या बनेगा इस फैक्ट्री में?
यह फैक्ट्री H125 हेलिकॉप्टर बनाएगी, जो एयरबस का सबसे ज़्यादा बिकने वाला नागरिक हेलिकॉप्टर है।
यह दुनिया का चौथा ऐसा प्लांट होगा — बाकी तीन फ्रांस, अमेरिका और ब्राज़ील में हैं।
टाटा का दूसरा बड़ा कदम
इसके पहले, टाटा और एयरबस ने गुजरात के वडोदरा में एक सैन्य विमान (C295) की असेंबली लाइन शुरू की थी। यह भारत की पहली प्राइवेट सैन्य विमान निर्माण इकाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यह फैक्ट्री भविष्य में नागरिक विमानों के निर्माण की दिशा में रास्ता खोलेगी।
भारत का बड़ा सपना और वैश्विक चुनौती
- पूरी दुनिया में बोइंग और एयरबस ही सबसे ज़्यादा विमान बनाते हैं।
- भारत अभी इस रेस की शुरुआत कर रहा है।
- HAL (हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) 19 सीटों वाला विमान बना रहा है, लेकिन एक बड़ा यात्री विमान बनाना बहुत कठिन काम है।
क्यों ज़रूरी है भारत के लिए खुद के विमान?
- भारत की आबादी 1.4 अरब है और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में काम कर रहा है।
- हवाई यात्रा की मांग लगातार बढ़ रही है।
- अगले 20 सालों में भारत को 2,210 नए विमानों की ज़रूरत होगी।
जब ज़रूरत इतनी बड़ी हो और दुनिया में सिर्फ दो कंपनियाँ विमानों की आपूर्ति कर रही हों, तब स्वदेशी निर्माण ही समाधान है।
क्या चुनौतियाँ हैं?
- एक विमान बनाना सिर्फ तकनीक नहीं, एक पूरा इकोसिस्टम बनाने जैसा है।
- भारत अभी 5% से भी कम का योगदान देता है एयरक्राफ्ट ग्लोबल सप्लाई चेन में।
- चीन को भी अपना पहला विमान (COMAC C919) बनाने में दो दशक और अरबों डॉलर लगे हैं।
सरकार की योजना
- सरकार एक SPV (Special Purpose Vehicle) बनाएगी जिसमें विशेषज्ञ, अधिकारी और निजी कंपनियाँ शामिल होंगी।
- शुरुआत में कुछ पुर्जे विदेश से मंगवाने पड़ सकते हैं, लेकिन लक्ष्य पूरी तरह स्वदेशी निर्माण है।
भारत का आकाश छूने का समय आ गया है
टाटा और एयरबस की साझेदारी, और दो साल में दो बड़ी फैक्ट्रियाँ, यह दिखाता है कि भारत का नागरिक विमान निर्माण अब सिर्फ सपना नहीं, एक उभरती हुई सच्चाई है।