संपूर्ण देश में कैशलेस इलाज की सुविधा
2018 में रांची से शुरू हुआ आयुष्मान भारत (AB) PM-JAY देश में स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच के नए युग की शुरुआत था। ₹5 लाख वार्षिक स्वास्थ्य कवरेज के साथ कमजोर परिवारों को लाभ पहुंचाया गया और कैशलेस, पेपरलेस इलाज संभव हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “देश में किसी को केवल आर्थिक स्थिति के कारण गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से वंचित नहीं होना चाहिए।”
आंकड़ों में भारी बदलाव
अगस्त 2025 तक 10.30 करोड़ से अधिक अस्पताल में भर्ती हुई, जिससे ₹1.48 लाख करोड़ से अधिक का कैशलेस इलाज और आम खर्च में बचत हुई।
- लगभग 61 करोड़ लोग अब AB PM-JAY के तहत सुरक्षित हैं।
- 2022 में लाभार्थी आधार बढ़कर 12 करोड़ परिवार हुआ।
- मार्च 2024 में ASHA और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और उनके परिवार शामिल किए गए।
- अक्टूबर 2024 से 70 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिक आय और पात्रता से स्वतंत्र रूप से शामिल हुए।
- लगभग 1 करोड़ गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को भी योजना में शामिल किया जा रहा है।
वित्तीय सुरक्षा के साथ गरिमा और विश्वास
योजना न केवल आर्थिक राहत देती है, बल्कि बुजुर्गों और基层 स्वास्थ्य कर्मियों के लिए गरिमा और आत्मविश्वास भी बढ़ाती है। केंद्र और राज्य की विभिन्न स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का एकीकरण योजनाओं की दक्षता बढ़ाता है, लाभार्थियों तक सुविधाएं सरल और पारदर्शी तरीके से पहुंचती हैं।
स्वास्थ्य परिणामों में सुधार
AB PM-JAY के लाभार्थियों में कैंसर उपचार की शुरुआत 30 दिनों के भीतर 90% बढ़ी, जो समय पर और जीवनरक्षक इलाज की पुष्टि करता है।
इसी तरह, आर्थिक सर्वे 2021–22 में यह पाया गया कि योजना अपनाने वाले राज्यों में शिशु मृत्यु दर (IMR) और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर (U5MR) में अधिक कमी आई।