आमिर खान की अपकमिंग फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ का ट्रेलर रिलीज़ होते ही सोशल मीडिया पर चर्चा का माहौल गर्म हो गया है। जहां एक ओर फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों से काफी सराहना मिल रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ ही घंटों में #Boycott का ट्रेंड भी तेज़ी से उभरने लगा है।
फिल्म की कहानी को लेकर लोगों में उत्साह ज़रूर है, लेकिन आमिर खान एक बार फिर आलोचनाओं के घेरे में आते दिख रहे हैं। यह स्थिति काफी हद तक उनकी पिछली फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी बनती नजर आ रही है, जिसे भी बायकॉट ट्रेंड का सामना करना पड़ा था। अब सवाल उठता है—आखिर ‘सितारे ज़मीन पर’ को लेकर बायकॉट की मांग क्यों की जा रही है? आइए जानते हैं इसके पीछे की वजहें।
एमिन एर्दोगन से क्या है कनेक्शन ?
सोशल मीडिया पर उठे बायकॉट ट्रेंड के बीच अब लोग साल 2020 की एक पुरानी घटना को दोबारा उठा रहे हैं। उस वक्त आमिर खान ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग के सिलसिले में तुर्की गए थे और वहीं पर उन्होंने तुर्की की फर्स्ट लेडी एमिन एर्दोगन से मुलाकात की थी।
अब जबकि देश में सामाजिक और राजनीतिक माहौल संवेदनशील बना हुआ है, कई सोशल मीडिया यूजर्स इस मुलाकात को लेकर एक बार फिर आमिर खान को निशाने पर ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि उस वक्त की मुलाकात देशहित के खिलाफ थी, और अब उसी मुद्दे को आधार बनाकर आमिर की नई फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ का विरोध किया जा रहा है। इस पुराने विवाद का साया उनकी नई फिल्म पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है।
लाल सिंह चड्ढा का भी हुआ था विरोध
जब आमिर लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग के लिए तुर्की गए थे और जब वापिस आए तो इसका विरोध हुआ। हालांकि, बड़े पैमाने पर नहीं देखने को मिला जितना फिल्म के रिलीज़ होने के बाद हुआ। बाद में फिल्म बुरी तरह बॉक्स ऑफिस पर पिट गई। यूनीक कहानी और तमाम मेहनतों के बाद भी उनकी इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं मिल पाई। हाल ही में एक्टर ने फिल्म के सफल न होने पर खुलकर बात की थी और कहा था, ‘जब मेरी फिल्में नहीं चलतीं तो मुझे दुख होता है।’