आगामी त्यौहार को लेकर उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध शराब के निर्माण और बिक्री की रोकथाम को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत राजधानी लखनऊ में बड़ी कार्रवाई की गई है। इस दौरान प्रशासन ने कई इलाको में दबिश देकर बड़ी मात्रा में विदेशी शराब मिली। जिसके बाद आरोपी विक्रेता को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया है।
गैर राज्यीय ब्रांड की शराब हुई बरामद
राजधानी लखनऊ के बिजनौर थाना इलाके में मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि गैर राज्यीय शराब की तस्करी की जा रही है। जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, सेक्टर 11, आबकारी निरीक्षक सेक्टर 5, विवेक सिंह और आबकारी निरीक्षक सेक्टर 9, विजय ने नटकूर विदेशी शराब दुकान के आसपास इलाकों में सघन तलाशी ली गई। इस दौरान दुकान के काउंटर के अंदर रखी गई विभिन्न शराब की बोतलों विभागीय ऐप केसाथ भौतिक सत्यापन की गई। ऐसे में प्रशासन को पता चला कि कई शराब की बोतलों पर लगे QR कोड और ढ़क्कन नकली पाए गए। इसके अलावा कुछ पेटियां ऐसी बरामद हुई जिस पर कोई ब्रांड अंकित नहीं था। जब इन पेटियों को खोलकर देखा गया तो इनके भीतर राजधानी ब्रांड की विदेशी मदिरा मिली जो चंडीगढ़ में बिक्री हेतु अनुमन्य थी।
कड़ाई से पूछताछ के बाद विक्रेता ने जुर्म कबूला
आबकारी विभाग ने इस दौरान गैर राज्यीय कुल 120 पेटिया शराब बरामद हुई जिसमें कुल 1440 बोतल थी। इसके अलावा रोल बनाकर रखे गए 1005 नक़ली QR कोड तथा एक बड़ी बोरी में भरकर ब्लेंडर ब्लैक, रॉयल स्टैग, इम्पीरीयल ब्लू,तथा मैकडोवेल ब्रांड के कुल 6141 नक़ली ढक्कन भी मिलें। प्लास्टिक के दो बोरो में विभिन्न ब्रांडों की ख़ाली शीशियाँ दुकान के भीतर से प्राप्त हुई। वहीं जब दुकान के विक्रेता हिमांशू जायसवाल से कड़ाई से पूछताछ किया गया तो उसने बताया कि यह दुकान उनकी मां प्रेमवती के नाम आवंटिता है और विशाल जायसवाल पुत्र महेंद्र जायसवाल पता नजीरगंज थाना हसनगंज लखनऊ इस कारोबार में सहयोग करता है। उसके द्वारा फ़र्ज़ी ढक्कन, QR कोड, ख़ाली शीशियाँ और फ़ॉर सेल इन चंडीगढ़ की शराब बाहर से अपनी KIA ब्रांड की कार भर कर दुकान पर बीते दिन लाया गया था। साथ ही विक्रेता ने बताया कि दोनों खाली शीशीयों में भर कर फ़र्ज़ी ढक्कन और QR कोड लगाकर ग्राहकों को बेच देते थे। ऐसे में जो भी लाभ होता था उसे आपस में बांट लिया जाता था।
विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज
फिलहाल, पुलिस ने विक्रेता हिमांशू जायसवाल पुत्र मुनेश जायसवाल, प्रेमवती पति मुनेश जायसवाल तथा तस्कर विशाल जायसवाल के खिलाफ आबकारी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही विक्रेता हिमांशू जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं आबकारी निरीक्षक ने दुकान के समस्त स्टॉक को ज़ब्त करते हुए दुकान अनुज्ञापन के निलंबिकरण की कार्यवाही शुरू कर दी।