Yamuna River Rise. लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाओं के बीच आगरा में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शहर के प्रशासन और मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, यमुना का पानी ताजमहल के आसपास के कई संवेदनशील क्षेत्रों तक पहुँच गया है।
ताजमहल के पास जलभराव
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यमुना का पानी अब ताजमहल के निकट दशहरा घाट तक पहुँच चुका है। इसके अलावा ताजमहल के पीछे का पार्क और आसपास का क्षेत्र भी जलमग्न हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ा, तो यमुना का पानी ताजमहल की पिछली दीवार तक पहुंच सकता है।
सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव
बढ़ते जलस्तर को देखते हुए ताजमहल के पास मौजूद सीआईएसएफ चौकी को अस्थायी रूप से हटाया गया है। अधिकारियों ने आगंतुकों और स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने और चेतावनी का पालन करने की अपील की है।
श्मशान घाट भी प्रभावित
आगरा के मोक्षधाम और बल्केश्वर पार्वती घाट समेत कई श्मशान घाट पानी में डूब गए हैं। इससे कुछ स्थानों पर दाह संस्कार के लिए असुविधा उत्पन्न हुई है।
बढ़ते जलस्तर का कारण
बीते 17 अगस्त को हथिनीकुंड बैराज से 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इससे यमुना का जलस्तर अचानक बढ़ गया और शहर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
प्रशासन की कार्रवाई
यमुना के उफान को देखते हुए आगरा के डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने संभावित प्रभावित इलाकों का दौरा किया। प्रशासन ने अगले 24 घंटे के लिए यमुना में नाव संचालन पर रोक लगा दी है और नागरिकों को नदी किनारे जाने से बचने तथा सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
पर्यटन और जनजीवन पर असर
यमुना का बढ़ता जलस्तर न केवल स्थानीय निवासियों के लिए चुनौती बन रहा है, बल्कि ताजमहल जैसे पर्यटन स्थलों पर भी असर डाल रहा है। प्रशासन ने आगंतुकों को फिलहाल ताजमहल क्षेत्र में जाने से रोक रखा है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगरा और आसपास के क्षेत्रों में अगले 24–48 घंटों तक यमुना के जलस्तर में और वृद्धि की संभावना जताई है। अधिकारियों ने सभी नागरिकों से आवश्यक सावधानियां बरतने और सुरक्षित रहने की अपील की है