लखनऊ– उत्तर प्रदेश की राजधानी में अवैध धर्मांतरण के आरोपों से जुड़े एक बड़े फंडिंग नेटवर्क का खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चला है कि छांगुर नामक व्यक्ति को तुर्किये की एक कंपनी से फंडिंग मिल रही थी। यह फंडिंग शेल कंपनियों के जरिए इस्लामिक संगठनों से कराई जा रही थी।
सूत्रों के अनुसार, छांगुर का करीबी नवीन रोहरा इस पूरी गतिविधि में मुख्य भूमिका निभा रहा था। जांच में सामने आया कि नवीन ने विदेशों में कंपनियां खोलकर करोड़ों रुपये का लेन-देन किया। केवल दो वर्षों में उसके विदेशी खातों में लगभग 20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए।
STF और ATS इस अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट की गहन जांच कर रही हैं। जांच में खुलासा हुआ कि नवीन ने यूएई में पांच कंपनियां खोली थीं और इनके जरिए कई बैंक खाते भी खोले गए थे। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से एक खाता शारजाह स्थित एक स्विस बैंक में भी था।
नवीन की सालाना आमदनी महज 5 से 6 लाख रुपये बताई जाती है, लेकिन कंपनियां खुलने के बाद उसके खातों में अचानक करोड़ों रुपये जमा होने लगे। यह प्रवाह एजेंसियों को संदेहास्पद लगा और इसी के आधार पर गहन जांच शुरू हुई।
एजेंसियां अब इन कंपनियों और फंडिंग के स्रोतों की तह तक जाने में जुटी हैं। माना जा रहा है कि इस मामले के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैले हो सकते हैं। यह खुलासा प्रदेश में अवैध धर्मांतरण की साजिश के पीछे छिपे बड़े नेटवर्क को सामने लाने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।