भारत सरकार ने अपने वस्त्र निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान की घोषणा की है। इसके तहत सरकार 40 देशों में व्यापक आउटरीच प्रोग्राम चलाएगी, ताकि भारतीय वस्त्र और कपड़ों का निर्यात बढ़ाया जा सके।
यह कदम अमेरिकी टैरिफ के बढ़ते दबाव के बीच उठाया गया है। अमेरिका ने हाल ही में कुछ वस्त्रों पर आयात शुल्क बढ़ाए हैं, जिससे भारतीय एक्सपोर्टर्स पर असर पड़ा है। ऐसे में सरकार ने निर्यातकों की मदद करने और वैश्विक बाजार में भारतीय वस्त्रों की पहुंच मजबूत करने का फैसला किया है।
सरकार का कहना है कि इस अभियान के तहत विभिन्न देशों में भारतीय वस्त्रों की गुणवत्ता, विविधता और प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, व्यापारिक मेलों, B2B बैठकों और निर्यात बढ़ाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।
उद्देश्य केवल अमेरिकी बाजार तक सीमित नहीं है। 40 देशों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से भारत का लक्ष्य यह है कि भारतीय कपड़े और टेक्सटाइल उत्पादों को वैश्विक स्तर पर अधिक पहचान मिले और निर्यात में तेजी आए।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है, खासकर उन कंपनियों के लिए जो छोटे और मझोले स्तर पर काम करती हैं और जिन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अधिक मदद की आवश्यकता है।