हैदराबाद – तेलंगाना के एलबी नगर निवासी 25 वर्षीय पोले चंद्रशेखर की अमेरिका के डलास शहर में लुटेरों द्वारा गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई। चंद्रशेखर की मौत ने उनके परिवार और समाज को गहरे सदमे में डाल दिया है। वे बैचलर इन डेंटल सर्जरी की डिग्री हासिल करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका गए थे। वहां डलास में एक गैस स्टेशन पर पार्ट-टाइम काम भी कर रहे थे।
चंद्रशेखर सुबह के समय कुछ अज्ञात लुटेरों के हमले का शिकार हो गए। बताया जा रहा है कि लुटेरों ने लूटपाट के इरादे से गोलीबारी की और चंद्रशेखर को सीने में दो गोलियां लगीं। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। डलास पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है, लेकिन जांच अभी जारी है।
चंद्रशेखर के माता-पिता और परिवार के सदस्य इस हादसे से पूरी तरह से टूट गए हैं। उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, जबकि पिता चुपचाप दीवार से सटकर बैठे रहे, मानो उनका पूरा संसार उजड़ गया हो। चंद्रशेखर के दोस्त और पड़ोसी भी इस दुखद घटना से गहरे दुखी हैं और उन्हें एक मेहनती तथा प्रेरणादायक युवा के रूप में याद कर रहे हैं।
राजनीतिक हस्तियों ने जताया दुख
तेलंगाना के BRS विधायक हरिश राव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए चंद्रशेखर के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह घटना अत्यंत दुखद है, खासकर तब जब चंद्रशेखर ने अमेरिका जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने और अपने परिवार का नाम रोशन करने का सपना देखा था।” विधायक ने तेलंगाना सरकार से अपील की कि वे विदेश मंत्रालय और अमेरिकी दूतावास के साथ समन्वय करके शव को जल्द वापस लाने के प्रयास करें, ताकि परिवार को इस मानसिक आघात से और न गुजरना पड़े।
विदेश में भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना ने विदेश में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रचकोंडा और एलबी नगर के इलाके में चंद्रशेखर के दोस्तों ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित की, जहां पर युवाओं ने इस घटना को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि अमेरिका में भी भारतीय छात्रों की सुरक्षा चिंता का विषय बन चुकी है।
भारतीय दूतावास ह्यूस्टन ने अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। इस दुखद घटना के बाद, विशेषज्ञों का मानना है कि विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे हादसे भविष्य में न हों।
चंद्रशेखर की प्रेरणा से छात्रों को आगे बढ़ने का संदेश
चंद्रशेखर का सपना था कि वह अमेरिका जाकर अपने परिवार का नाम रोशन करें और समाज के लिए एक उदाहरण बनें। उनकी यह दुखद मौत न केवल उनके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह घटना विदेश में पढ़ाई कर रहे अन्य छात्रों के लिए भी एक चेतावनी बन गई है कि उन्हें अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना जरूरी है।