अमेठी में दलित टीचर के पूरे परिवार की सनसनीखेज हत्या कर दी गई है। वारदात कल रात की है। पति पत्नी और दो मासूम बच्चों को गोलियों से छलनी करके मौत के घाट उतार दिया गया। इस घटना पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने घटना की निंदा की है। पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग और अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन की भी मांग की है।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गयी निर्मम हत्या की घटना अति-दुखद व चिन्ताजनक। सरकार दोषियों व वहां के पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए ताकि अपराधी बेखौफ न रहें।
बता दें कि अमेठी और रायबरेली पुलिस के लापरवाही और ढिलढिलईये वाले रवैये के चलते गुरुवार की शाम अमेठी का पूरा परिवार खत्म हो गया। बेख़ौफ़ बदमाशों के हौसले इतने बुलंद दिखे कि घुस कर न सिर्फ एक शिक्षक और उसकी पत्नी संग उसके छोटे छोटे बच्चों को भी गोलियों से भून दिया। इस वारदात के चलते पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी।
दरअसल, ये पूरा मामला यूपी के अमेठी का है। जहां तिलोई तहसील क्षेत्र के पन्हौना स्थित कंपोजिट विद्यालय में मृतक सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत थे। वो अपने पूरे परिवार के साथ ही अमेठी के थाना शिवरतनगंज के अहोेरवा भवानी चौराहे पर किराए के रूम मेंरहते थे। इसी बीच गुरुवार की देर रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने शिक्षक दंपति के साथ उनके दो मासूम बच्चों को भी गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया। हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस ने पहुँच कर छानबीन शुरू कर दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक शिक्षक रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर के निवासी थे। बता दें, बीते 18 अगस्त को इस परिवार ने रायबरेली कोवताली में चंदन वर्मा के खिलाफ छेड़छाड़ व SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने अपने पति सुनील कुमार और अपने साथ मारपीट का भी आरोप लगाया था। यहां ये भी ध्यान देने वाली बात है कि अपने तहरीर में उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया था कि उनके परिवार को चंदन से जान का खतरा है और यदि उनके और उनके परिवार के साथ कोई घटना होती है, तो उसका जिम्मेदार भी वही होगा।
मगर लापरवाही तो देखिये इतना सब होने के बाद भी पुलिस ने पीड़ित परिवार के तहरीर पर कोई एक्शन नहीं लिया। अब इतनी बड़ी घटना घटित होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है कि कहीं उस घटना का इस वारदात से उस आरोपी का कोई संबंध तो नहीं है। हालांकि, पुलिस ने अगर पहले से मुस्तैदी दिखाई होती तो शायद आज ये परिवार जीवित होता।