वाराणसी। विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी अपने सभ्यता, संस्कृति और धार्मिक महत्ता से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसके साथ ही बनारस के खान पान और यहां की भाषा भी लोगो को खूब लुभाता है। ऐसी बनारस की चाची की कचौड़ी और पहलवान लस्सी की दुकान जिसके पर्यटकों के साथ नेता, अभिनेता और अधिकारियों में काफी दिवानगी है, लेकिन अब यह दोनों दुकानों को PWD ने चौड़ीकरण के तहत बुलडोजर की कार्रवाई कर ध्वस्त कर दिया है। बनारस की इन दो फेमस दुकानों के साथ करीब 30 से ज्यादा दुकान ध्वस्त किए गए है। दुकानों के तोड़े जाने से आम बनारसी काफी भावुक है, तो वही दुकान की कहानियां एक बार फिर लोगो की जुबां पर जीवंत हो गई है।

आजादी के पहले खुली थी चाची की कचौड़ी की दुकान, राज्यपाल और फिल्म अभिनेता सुनने आते थे गाली…
बनारस के लंका क्षेत्र में स्थित चाची कचौड़ी की दुकान पर नेता, अभिनेता और अधिकारी कचौड़ी के साथ चाची की गलियों को सुनने के लिए आते थे। नेताओं में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सांसद भरत सिंह सहित पूर्व सांसद और नेताओं की एक लंबी लिस्ट है। वही अभिनेताओं में राजेश खन्ना, आशुतोष राणा, मनोज कुमार, संजय मिश्रा, विनीत सिंह सहित तमाम अभिनेताओं ने चाची की कचौड़ी के साथ गाली का स्वाद लिया है। यही नहीं काशी हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ने वाले कई ऐसे विद्यार्थी जो अधिकारी बनने के बाद भी बनारस आने पर चाची की कचौड़ी के साथ गाली सुनने के लिए आते और इनके लिए उपहार स्वरूप गाली भी लाते। कई ऐसे अधिकारियों और नेताओं ने अपने इंटरव्यू में चाची की कचौड़ी के साथ गाली देने के अंदाज का जिक्र भी किया है। बता दें कि चाची की कचौड़ी की दुकान आजादी के पहले वर्ष 1915 में खोली गई थी। चाची के निधन के बाद उनकी दुकान को उनके बेटे संभालते।



पहलवान लस्सी की दुकान पर सेलिब्रिटियों की लगती थी लाइन, देशी राबड़ी से तैयार होती थी लस्सी
बनारस के पहलवान लस्सी की बात करे तो इसकी लस्सी के साथ देशी रबड़ी की दिवानगी सेलिब्रिटियों में खास देखने को मिलता है। केंद्र में मंत्री रहते स्मृति ईरानी हो या लोक गायिका मालिनी अवस्थी या फिर गायक शंकर महादेवन, संजीव कपूर, रवि किशन, मनोज तिवारी, मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव भी पहलवान लस्सी का स्वाद लिया है। वही अब दुकान ध्वस्त हो जाने के बाद सोशल मीडिया से लेकर शहर में पहलवान लस्सी के स्वाद की चर्चा हो रही है। लोग पूछ रहे है, कि क्या अब दोबारा चाची की कचौड़ी और पहलवान के लस्सी की स्वाद उन्हें मिल पाएगा या नहीं? ऐसे में चाची कचौड़ी की दुकान के मौजूदा मालिक कैलाश यादव ने बताया कि वह कोशिश में है, कि गुरुवार से ही ध्वस्त हुए दुकान के सामने एक प्रॉपर्टी पर चाची की कचौड़ी की दुकान दोबारा खोला जाए। उन्होंने बताया कि सब कुछ ठीक रहा तो चाची की कचौड़ी का स्वाद एक बार फिर लोगो को मिलना शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन और ध्वस्त दुकान के प्रॉपर्टी के ऑनर संकट मोचन मंदिर के महंत से कोई एक स्थान देने की गुहार लगाई है, जिससे 110 साल पुरानी यादों को संयोजा जा सके।