LUCKNOW. उत्तर प्रदेश की राजनीति में अफसरशाही बनाम जनप्रतिनिधियों की जंग फिर सुर्खियों में है। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बुधवार को मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ द्वारा अफसरशाही के खिलाफ उठाए गए सवालों का समर्थन करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने साफ कहा मैं खुद अधिकारियों से परेशान रहा हूं, मेरे साथ भी गलत व्यवहार हुआ है।
नंदी की पीड़ा को बताया जायज
संजय निषाद ने कहा कि मंत्री नंद गोपाल गुप्ता की पीड़ा सही है। मैंने भी महसूस किया है कि अधिकारी योजनाओं को लेकर टालमटोल करते हैं। अफसर मछुआ कल्याण से जुड़ी योजनाओं की फाइलें घुमाते रहे। जब पैसा रिलीज हुआ, तब तक वह किसी काम का नहीं रहा।
सरकार की छवि खराब कर रहे हैं अफसर
मंत्री ने कहा कि कुछ अधिकारी सरकार की मंशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे और इससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अफसरशाही अक्सर हावी हो जाती है, जिससे योजनाओं का सही क्रियान्वयन नहीं हो पाता।
लगातार बढ़ रही है मंत्रियों की नाराजगी
बीते दिनों औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए थे। अब संजय निषाद का बयान इस मुद्दे को और राजनीतिक रूप से गरमाने वाला है। यूपी में अब यह बहस तेज हो गई है कि क्या वाकई अफसरशाही मंत्रियों पर हावी हो रही है और क्या सरकार को अपने ही मंत्रियों के भीतर पनप रही असंतोष की आवाज़ों को गंभीरता से लेना होगा?