Anil Ambani ED Raid News: देश के बड़े बिज़नेसमैन में से एक अनिल अंबानी फिर मुश्किलों में हैं। आज ED ने मुंबई और दिल्ली में अनिल अंबानी की कंपनियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापे मारे। ये छापेमारी उस मामले में हो रही है, जिसमें करीब 3000 करोड़ रुपए के लोन फ्रॉड की बात सामने आई है। आइए विस्तार से जान लेते हैं कि ये पूरा मामला क्या हैं… और ये छापे क्यों मारे गए हैं…. आइए आपको दिखाते हैं पूरा मामला, जिसकी गूंज अब देश की बड़ी जांच एजेंसियों तक पहुंच चुकी है…
क्यों मारे गए छापे?
दरअसल, CBI ने अनिल अंबानी के RAAGA ग्रुप की दो कंपनियों के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिसमें बैंकों से धोखाधड़ी और गलत तरीके से लोन लेने के आरोप हैं। इसी आधार पर ED ने जांच शुरू की और पाया कि यस बैंक से लिए गए लोन को गलत तरीके से दूसरी कंपनियों में घुमा दिया गया साथ ही बिना जांच-पड़ताल के लोन पास किए गए इसके अलावा कुछ दस्तावेज़ तो बैकडेट यानी तारीख पीछे कर बनाए गए इतना ही नहीं पैसा ऐसी कंपनियों को भेजा गया जो सिर्फ कागज़ों पर चल रही थीं यानि की कागजों पर सिर्फ लिखने को था…
रकम अचानक ₹8,600 करोड़ हो गई
इसके अलावा Reliance Home Finance Ltd यानि कि RHFL जो अंबानी ग्रुप की ही कंपनी है, उस पर भी सवाल उठे हैं। 2017 से 2018 में इस कंपनी ने जहां ₹3,700 करोड़ के लोन दिए, वहीं अगले साल ये रकम अचानक ₹8,600 करोड़ हो गई। और वो भी बिना सही कागजात या ज़रूरी जांच के।
लोन के नाम पर सारा खेल पहले से तय था
इतना हीं नहीं यस बैंक से अनिल अंबानी की कंपनियों को जो लोन मिला, वो भी शक के घेरे में है। ED ने पाया कि लोन मंजूर होने से पहले ही पैसे को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया गया, यानी लोन के नाम पर सारा खेल पहले से तय था।
ED, CBI, SEBI जैसी तमाम एजेंसियां जांच में जुटी
इससे पहले SBI यानि की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने भी RCom और खुद अनिल अंबानी को फ्रॉड करार दिया है और RBI को इसकी रिपोर्ट भी दी है। अब SBI इस मामले में CBI में भी शिकायत दर्ज कराने की तैयारी में है। हालांकि, अनिल अंबानी पर व्यक्तिगत दिवालियापन की कार्यवाही पहले से चल रही है तो कंपनियों पर NCLT में केस भी चल रहा है…और अब ED, CBI, SEBI जैसी तमाम एजेंसियां जांच में जुटी हैं….
आम जनता के पैसों का जानबूझकर किया गया घोटाला?
आपको बता दें कि एक वक्त था जब अनिल अंबानी देश के सबसे रईस और ताकतवर उद्योगपतियों में गिने जाते थे, लेकिन अब उनके कारोबार पर कानूनी और वित्तीय संकट मंडरा रहा है। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या वाकई ये सिर्फ कागज़ी गड़बड़ी थी या फिर देश के बैंकों और आम जनता के पैसों का जानबूझकर किया गया घोटाला? जवाब आने वाले दिनों में जांच एजेंसियां देंगी। लेकिन एक बात तय है…अनिल अंबानी का कारोबारी साम्राज्य अब संकट के साए में है।