अनिल अंबानी और उनकी कंपनी RCOM के खिलाफ ₹40,186 करोड़ के कथित बैंक फ्रॉड की जांच CBI ने शुरू कर दी है। यह मामला भारतीय बैंकिंग इतिहास के सबसे बड़े कॉरपोरेट फ्रॉड्स में से एक माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, मामला SBI की शिकायत पर दर्ज किया गया है। CBI का आरोप है कि ₹2,925 करोड़ की धोखाधड़ी की गई। RCOM का खाता 2016 में NPA घोषित किया गया था। धोखाधड़ी का पता 2020 में चला, लेकिन 2023 में इसे रिवर्स कर दिया गया। अब 2025 में इसे दोबारा फ्रॉड घोषित कर CBI ने शिकायत दर्ज की।
CBI ने देशभर में कई ठिकानों पर तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है। जांच अधिकारियों का कहना है कि यह मामला न केवल वित्तीय हेराफेरी के पैमाने में बड़ा है, बल्कि बैंकिंग सिस्टम और कॉरपोरेट गवर्नेंस के लिए भी चेतावनी है।
इस जांच के पूरा होने तक उम्मीद की जा रही है कि अन्य संबद्ध कंपनियों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला भारतीय बैंकिंग इतिहास में सबसे बड़े कॉरपोरेट फ्रॉड्स में दर्ज किया जाएगा।