पहली तिमाही में जबरदस्त राजस्व वृद्धि और मुनाफे में सुधार
Adani Ports and Special Economic Zone (APSEZ) ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर 21% बढ़कर ₹9,126 करोड़ पहुंच गया, जबकि शुद्ध मुनाफा 6.5% बढ़कर ₹3,314.6 करोड़ हो गया।
EBITDA में 13% की वृद्धि, लेकिन मार्जिन थोड़ा कम
इस दौरान कंपनी का EBITDA 13% बढ़कर ₹5,494 करोड़ रहा, हालांकि मार्जिन 64.1% से घटकर 60.2% हो गया। बावजूद इसके, ब्रोकरेज हाउसेज़ ने इसे सकारात्मक माना है।
प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने दी ‘BUY’ रेटिंग
Goldman Sachs, HSBC, Kotak और Jefferies जैसी दिग्गज ब्रोकरेज कंपनियों ने APSEZ को ‘BUY’ रेटिंग दी है। उन्होंने इसे भारत की व्यापार और इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ का लॉन्ग-टर्म प्रॉक्सी बताया है।
गौतम अदाणी बने नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन
APSEZ ने ऐलान किया है कि गौतम अदाणी अब कंपनी के Key Managerial Personnel (KMP) नहीं रहेंगे। वे अब नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका निभाएंगे। यह बदलाव भी निवेशकों और विश्लेषकों द्वारा सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है।
लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस में जबरदस्त ग्रोथ
Jefferies के अनुसार, Q1 का EBITDA उनके अनुमान से 14% अधिक रहा, जिसकी मुख्य वजह घरेलू पोर्ट्स के मार्जिन में सुधार और लॉजिस्टिक्स व मरीन बिजनेस में 2.0 से 2.9 गुना सालाना ग्रोथ रही।
पोर्ट थ्रूपुट में 11% की वृद्धि, अंतरराष्ट्रीय पोर्ट्स की बड़ी भूमिका
कंपनी का कुल पोर्ट थ्रूपुट 11% बढ़कर 121 मिलियन टन पहुंचा, जिसमें घरेलू थ्रूपुट में 6% और अंतरराष्ट्रीय पोर्ट्स में चार गुना बढ़ोतरी हुई।
कुछ बंदरगाहों पर दबाव, लेकिन नए पोर्ट्स ने संभाला मोर्चा
जहां एक ओर मुंद्रा पोर्ट में भू-राजनीतिक प्रतिबंधों और कोयले की कम मांग के चलते 6% गिरावट आई, वहीं नए पोर्ट्स जैसे कोल्लम (Vizhinjam) और गोपालपुर (Gopalpur) ने इस गिरावट की भरपाई की।
FY26 के लिए 505-515 मिलियन टन वॉल्यूम का टारगेट
कंपनी ने FY26 के लिए 12-14% ग्रोथ के साथ 505-515 मिलियन टन वॉल्यूम गाइडेंस दी है। साथ ही ₹36,000-38,000 करोड़ राजस्व और ₹21,000-22,000 करोड़ EBITDA का अनुमान जताया गया है।
भविष्य की ग्रोथ को लेकर विश्लेषकों का भरोसा
Goldman Sachs ने कहा कि Vizhinjam, Colombo और Tanzania के पोर्ट्स FY26 तक पूरी तरह ऑपरेशनल हो जाएंगे, जिससे कंपनी को मार्केट शेयर में बढ़त मिलेगी। Kotak ने भी पोर्ट बिजनेस में मार्जिन विस्तार और नई मार्केट्स में उपस्थिति को सराहा है।
मजबूत प्रदर्शन और स्पष्ट रणनीति से निवेशकों का भरोसा कायम
विश्लेषकों का मानना है कि अदाणी पोर्ट्स की रणनीति अब केवल वॉल्यूम ग्रोथ पर नहीं, बल्कि एंड-टू-एंड सॉल्यूशन्स देने पर केंद्रित है। इसी वजह से कंपनी को लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी के रूप में देखा जा रहा है।