अहमदाबाद : भारत की अग्रणी ऊर्जा परिवर्तन कंपनी अदाणी टोटल गैस लिमिटेड (ATGL) ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के लिए अपने परिणाम घोषित किए। कंपनी ने इस दौरान सीएनजी की खपत में 21% की वृद्धि के साथ 16% की साल दर साल वृद्धि हासिल की, जिससे कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में मजबूती आई है।
कंपनी ने 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही के दौरान सीएनजी और पीएनजी के लिए अपने नेटवर्क विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति की। एटीजीएल ने इस तिमाही के दौरान 14,000 इंच-किमी से अधिक बैकबोन स्टील पाइपलाइनों और 650 सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से भारत के 34 भौगोलिक क्षेत्रों (जीए) में अपने सीजीडी नेटवर्क का विस्तार जारी रखा। इसके अलावा, कंपनी ने 10 लाख उपभोक्ताओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इस दौरान ईवी चार्जिंग पॉइंट की संख्या बढ़कर 3,800 से अधिक हो गई है।
कंपनी की गैस सोर्सिंग रणनीति में सुधार ने इसे उभरते हुए गैस के स्रोतों से उच्च गुणवत्ता वाले और किफायती गैस की आपूर्ति करने में मदद दी है। सीएनजी के लिए एपीएम गैस आवंटन 43% था, और शेष आपूर्ति की भरपाई अधिक कीमत वाले नए कुओं और एचपीएचटी (उच्च दबाव उच्च तापमान) गैस के आवंटन से की जा रही थी। इसके परिणामस्वरूप, कंपनी ने गैस की कीमतों में साल दर साल तेज़ी से वृद्धि के बावजूद स्थिर EBITDA बनाए रखा है।
भविष्य के लिए रणनीति:
अदाणी टोटल गैस की योजना सिर्फ अपने सीजीडी बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ही नहीं, बल्कि इसके साथ-साथ एलएनजी, ई-मोबिलिटी समाधानों, और सीबीजी (संपीड़ित बायोगैस) व्यवसायों पर भी ध्यान केंद्रित करने की है। इस तिमाही के दौरान, कंपनी ने हरियाणा में अपना पहला सीबीजी स्टेशन चालू किया है।
इसके अलावा, कंपनी की जियो-बीपी के साथ हालिया साझेदारी से उसे अपने सीएनजी स्टेशनों की संख्या में वृद्धि करने में मदद मिलेगी। जियो-बीपी के साथ मिलकर, एटीजीएल ने देशभर में डीओडीओ और सीओडीओ सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है।
सुरेश पी. मंगलानी का बयान:
अदाणी टोटल गैस के कार्यकारी निदेशक और सीईओ, श्री सुरेश पी. मंगलानी ने कहा, “हम औद्योगिक, घरेलू और परिवहन क्षेत्रों में कम कार्बन समाधान प्रदान करके भारत के ऊर्जा परिवर्तन का समर्थन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
आने वाले समय में, कंपनी अपने गैस और ऊर्जा समाधान के विस्तार को और तेज़ी से आगे बढ़ाएगी, जिससे भारत में स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा की उपलब्धता बढ़ेगी।