Adani Green Talks. अदाणी समूह ने गुरुवार को अदाणी ग्रीन टॉक्स के चौथे संस्करण का आयोजन किया, जो अब तक के सबसे प्रभावशाली मंचों में से एक बन चुका है, जो सामाजिक नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। इस आयोजन में सामाजिक उद्यमियों और नवप्रवर्तकों को एकत्रित किया गया, जो एक समावेशी और सतत भविष्य को आकार दे रहे हैं।
उद्घाटन भाषण में अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने भारतीय युवा उद्यमियों की भूमिका पर जोर दिया और इसे भारत के “दूसरे स्वतंत्रता संग्राम” से जोड़ा। उन्होंने कहा कि यह संग्राम विदेशियों से मुक्ति का नहीं, बल्कि प्रौद्योगिकी और सामाजिक नवाचार में स्वतंत्रता के लिए है, जिससे हर समुदाय को लाभ पहुंचे और लोकतंत्र को और मजबूत किया जा सके।
अदाणी ने यह भी बताया कि ग्रीन टॉक्स ने केवल चार वर्षों में समाज को बदलने की क्षमता वाले विचारों का गढ़ बन गया है। उन्होंने पिछले वर्षों में भाग लेने वाली कंपनियों जैसे जेनरोबोटिक्स, नावाल्ट, और मारुत ड्रोन के बारे में उल्लेख किया, जिन्होंने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं।
इन कंपनियों ने मैन्युअल स्केवेंजिंग से मुक्ति, सौर-इलेक्ट्रिक फेरी से परिवहन की नई परिभाषा और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है। इन सभी उदाहरणों ने यह सिद्ध किया कि दृढ़ नायक की सोच और मेहनत समाज के गणित को भी बदल सकती है।

2025 संस्करण में पांच नवाचारों ने साझा की अपनी यात्रा
- आभिषेक छेज़ेड (Recyclex): निर्माण उद्योग में ग्रीन निर्माण सामग्री का उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन में कमी।
- अक्षिता सचदेवा और बॉनी डेव (Trestle Labs): दृष्टिहीनों को सशक्त बनाने के लिए किबो प्लेटफ़ॉर्म का विस्तार।
- मनोज शंकर (Nemocare Wellness): किफायती नवजात और मातृत्व स्वास्थ्य उपकरणों का विकास।
- जेनिल गांधी और माणन व्यास (Avinya Leather): पौधों पर आधारित, क्रूरता-मुक्त वेगन लेदर की पहल।
- सोम्या बालेंदिरन (Sea6 Energy): बायोफ्यूल, बायोप्लास्टिक्स और उर्वरकों के लिए समुद्र आधारित शैवाल खेती।
इन सभी नवाचारों ने भारतीय नवाचार के क्षेत्र में अपनी क्षमता का परिचय दिया और वैश्विक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत किया।
इस वर्ष की विशेषताएँ
इस वर्ष अदाणी ग्रीन टॉक्स ने सोशल इम्पैक्ट अवार्ड की शुरुआत की, जिसमें सैकड़ों आवेदनों में से चुने गए नवाचारों को उनके परिवर्तनकारी समाधानों के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही लोक कल्याण पुरस्कार भी पेश किया गया, जो डॉ. कृष्णा एला, भारत बायोटेक के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष को दिया गया। डॉ. एला ने अपने पुरस्कार की स्वीकृति में कहा कि इस सम्मान को भारत के उन अनगिनत वैज्ञानिकों और नवप्रवर्तकों को समर्पित करते हैं जो सामाजिक उद्देश्य के साथ विज्ञान का अनुसरण करते हैं।

अभिनेता विक्रांत मैसी, जिनकी फिल्म “12th Fail” को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है, भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। अदाणी ने विक्रांत की कहानी को प्रेरणा के रूप में प्रस्तुत किया, जो हर बाधा को पार करने और सफलता प्राप्त करने का प्रतीक है।
नई पहल: ग्रीन टॉक्स का विस्तार
अदाणी ने यह भी घोषणा की कि एनडीटीवी के साथ साझेदारी में ग्रीन टॉक्स अब भारत के Tier-2 और Tier-3 शहरों में नवप्रवर्तकों की खोज को विस्तारित करेगा। उनका उद्देश्य है कि देश के सबसे अप्रत्याशित कोनों से प्रतिभाएं सामने आएं और एक वैश्विक सहयोग मंच बने, जो केवल व्यापारिक संबंधों से नहीं बल्कि एक साझा उद्देश्य से जुड़ा हो।
अदाणी ग्रीन टॉक्स के बारे में
अदाणी समूह की यह पहल संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए युवाओं को नवाचार की दिशा में प्रेरित करती है। इसके माध्यम से ग्रीन टॉक्स युवाओं की आकांक्षाओं और वैश्विक समुदायों के बीच एक पुल का काम करता है, जिससे विचारों को वास्तविकता में बदला जा सके और सकारात्मक बदलाव को आगे बढ़ाया जा सके।