लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार का हर इंजन ईंधन की जुगाड़ में लगा हुआ है, और अब निवेश में भी एडवांस कमीशन की मांग की जा रही है। उनका यह बयान उस समय आया जब व्यापारियों और निवेशकों के बीच सरकार के टैक्स सिस्टम को लेकर भय का माहौल है।
अखिलेश यादव ने कहा, “व्यापारी वर्ग के लिए यह समय इमरजेंसी जैसा है। सरकार की नीतियों के कारण व्यापारी बड़े पैमाने पर नुकसान उठा रहे हैं, और जीएसटी विभाग व्यापारियों को टारगेट करके चलता है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि बैंक मित्र अब कमीशन मित्र बन गए हैं, और 50 लाख रुपये के लोन के लिए 50 हजार रुपये कमीशन मांगा जा रहा है।
सपा अध्यक्ष ने सरकार के भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाए और कहा, “टॉप माफियाओं की लिस्ट अब तक जारी नहीं हुई है। हर जिले में माफियाओं की लिस्ट जारी होनी चाहिए।” उनका आरोप था कि डबल इंजन सरकार का फायदा केवल बोरियों तक ही सीमित रह गया है, और प्रदेश में इसका कोई वास्तविक असर नहीं दिख रहा।
अखिलेश ने यह भी बताया कि व्यापारी वर्ग ने तय किया है कि वे सपा की मदद करेंगे, क्योंकि वर्तमान सरकार उनके हितों के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि व्यापारियों के लिए ये हालात बहुत कठिन हो गए हैं और सरकार इस पर तत्काल ध्यान नहीं दे रही।
अखिलेश यादव की यह प्रेस वार्ता प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को घेरने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। उनका यह बयान आने वाले दिनों में राजनीति में और व्यापारिक समुदाय में बड़ी हलचल पैदा कर सकता है।