मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अंबेडकरनगर में नियुक्ति पत्र और टैबलेट वितरण के बाद रविवार को अयोध्या के कुमारगंज में आयोजित जनपद स्तरीय वृहद रोजगार मेला और युवा सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवाओं को नियुक्ति पत्र और छात्र-छात्राओं को टैबलेट व स्मार्टफोन वितरित किए। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि हमारा युवा, हमारी प्रगति और भारत के सशक्तिकरण का माध्यम है। युवाओं की आकांक्षाओं को उड़ान देने के लिए पंख चाहिए और वह पंख देने के लिए रोजगार और टैबलेट वितरण के इस कार्यक्रम के लिए हम यहां उपस्थित हुए हैं। यह कार्यक्रम युवाओं के लिए अवसर है कि वह अपने ज्ञान को बेहतर तरीके से जमीनी धरातल पर इंप्लीमेंट कर सकें। उसकी तमाम आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सरकार की ओर से भी प्रयास किए जा रहे हैं। जब सरकार सकारात्मक होती है, आपकी भावनाओं को समझने वाली होती है तो नौकरी की कमी नहीं होती है।
अपने संबोधन के दौरान जहां सीएम योगी ने प्रदेश के नौजवानों की हौसलाअफजाई की तो वहीं, कोलकाता, अयोध्या और कन्नौज में बेटियों के साथ हुई दुष्कर्म की घटनाओं के साथ ही फेक न्यूज के माध्यम से अयोध्या वासियों को कठघरे में खड़ा करने वाले विपक्षी नेताओं पर जोरदार हमला भी किया। इससे पूर्व सीएम योगी ने रोजगार मेले में सम्मिलित विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ ही रोजगार मेला में सम्मिलित छात्रों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बटन दबाकर लगभग 30 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और लगभग 48 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
गरीब, किसान, युवा और महिला के लिए समर्पित है सरकार
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्पष्ट कहना है कि उनके लिए देश में सिर्फ चार जातियां हैं, जिनके सशक्तिकरण के लिए हमें काम करना है। एक गरीब की, दूसरी अन्नदाता किसान की, तीसरी युवा और चौथी आधी आबादी यानी नारी की। गरीबी उन्मूलन की दिशा में जीरो पावर्टी के लक्ष्य को हम प्राप्त कर सकें, डबल इंजन की सरकार इस पर कार्य कर रही है। अन्नदाता किसान समृद्ध हो, उसकी आमदनी बढ़ सके, कृषि और प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय, कृषि वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान मिलकर उसके लिए प्रयास कर रहे हैं। हमारा युवा तकनीकी रूप से सक्षम बनकर अपनी प्रतिभा और अपनी ऊर्जा का लाभ राष्ट्रनिर्माण के अभियान में कर सके, इसके लिए उस युवा को रोजगार मिले, उसका कौशल विकास हो, उसे तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्धता से नए नए कार्यक्रम ला रही है। वहीं नारी सशक्तिकरण के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ के साथ ही अलग-अलग क्षेत्र में जो प्रयास प्रारंभ हुए हैं, उसके परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं।
महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वालों को बेटियां ही लगाएंगी ठिकाने
सीएम योगी ने प्रदेश के बदले हुए परसेप्शन का जिक्र करते हुए कहा कि याद करिए आज से सात वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में क्या हालात थे। हर तीसरे दिन दंगा होता था, पर्व और त्योहार शांति से नहीं मना सकते थे, बेटी और व्यापारी दोनों की सुरक्षा खतरे में रहती थी, प्रदेश में माफियाराज और जंगलराज जैसी स्थिति थी। पिछले सात वर्षों में प्रदेश ने अपना परसेप्शन बदला है। आज उत्तर प्रदेश सुरक्षा और कानून व्यवस्था का मॉडल तो बना ही है, निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बनकर देश और दुनिया के निवेश को आकर्षित करने में सक्षम हुआ है। प्रदेश में जो निवेश आ रहा है इसका परिणाम है कि लाखों युवाओं को नौकरी उनके गांव और उनके घर में देने में सफलता मिली है। इस निवेश के माध्यम से अब तक एक करोड़ 62 लाख नौजवान रोजगार प्राप्त कर चुके हैं। स्वरोजगार के लिए वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान, पीएम विश्वकर्मा, पीएम स्वनिधि, पीएम स्वरोजगार की योजना के साथ ही प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने भी आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त किया है। इन्हीं कार्यक्रमों की श्रंखला में प्रदेश सरकार ने साढ़े 6 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देने में भी सफलता प्राप्त की है। पुलिस भर्ती परीक्षा के बारे में सीएम योगी ने कहा कि 23,24,25 और फिर 30 व 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, जिसमें 60 हजार नौजवानों की हम भर्ती करने जा रहे हैं। इतनी बड़ी भर्ती उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं हुई। इसके तहत 20 फीसदी सीटें ऐसी होंगी, जिसमें सिर्फ बेटियां भर्ती होंगी। बेटियों की भर्ती इसलिए कर रहे हैं ताकि सड़क और चौराहों पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले शोहदों को ये बेटियां ठिकाने लगाने का काम कर सकें।
50 लाख युवाओं को मिलेगी नौकरी की गारंटी
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना लेकर आई है। इसके तहत 10 लाख एमएसएमई यूनिट लगाने के लिए बड़ी कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है। जो भी युवा इससे जुड़ना चाहेगा, उसका प्रशिक्षण कराने के साथ ही पहले चरण में 5 लाख रुपए का ब्याजमुक्त ऋण उसको उपलब्ध कराने का कार्य सरकार करेगी। हम उसको डिजिटल पेमेंट के साथ जोड़ेंगे। इसके अंतर्गत दस लाख एमएसएमई यूनिट लगेंगी और 50 लाख युवाओं को नौकरी की गारंटी मिलेगी। इसके साथ ही जो युवा स्नातक, परास्नातक, आईटीआई, पॉलीटेक्निक या इंजीनियरिंग कर रहे हैं, उन्हें एक निश्चित मानदेय के साथ अप्रेंटिसशिप से जोड़ेंगे। इसमें आधा मानदेय वो इकाई देगी और आधा सरकार उपलब्ध कराएगी। इसके अतिरिक्त सरकार ने किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए हर जनपद में अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था प्रारंभ की है। यह वर्चुअली भी और फिजिकली भी गाइडेंस का एक माध्यम बन रही है। आज जितनी भी नौकरियां निकल रही हैं, उनमें अभ्युदय कोचिंग से जिन छात्रों ने गाइडेंस ली है, बड़ी संख्या में वो सफलता प्राप्त कर रहे हैं।