इस साइट का उपयोग करके, आप गोपनीयता नीति और उपयोग की शर्तों से सहमत होते हैं।
स्वीकार करना
hi हिन्दी
en Englishhi हिन्दीpa ਪੰਜਾਬੀta தமிழ்te తెలుగు
देसी खबरदेसी खबर
अधिसूचना और दिखाओ
ताज़ा खबर
दक्षिण अफ्रीका से आज मध्य प्रदेश के कूनो पार्क में आएंगे 12 चीते, CM शिवराज ने पीएम मोदी का जताया आभार
प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
दीपिका पादुकोण की फ्लाइट वीडियो के बाद नई तस्वीर हुई वायरल, फैन ने एक्ट्रेस के लिए लिखा- ‘फैमिली ट्रिप का क्या…’
प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
Color of Clothes: शिव जी की पूजा के दौरान न पहनें इस रंग के कपड़े, होगा नुकसान
प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
“गद्दार हमेशा गद्दार ही रहेगा…” ‘असली शिवसेना’ पर EC के फैसले को लेकर शिंदे पर उद्धव का निशाना
प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
Shah Rukh Khan से लेकर Jeetendra तक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी शनैल की रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे ये सितारे
प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
Aa
  • होमपेज
  • भारत
  • दुनिया
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • जीवन शैली
  • ऑटोमोबाइल
  • श्रद्धा
  • खेल
पढ़ना: Nagchandreshwar Temple: साल में एक दिन के लिए खुलता है यह नाग मंदिर, जानें क्यों उमड़ती है भक्तों की भीड़
शेयर करना
देसी खबरदेसी खबर
Aa
  • भारत
  • दुनिया
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • जीवन शैली
  • श्रद्धा
खोज
  • होमपेज
  • भारत
  • दुनिया
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • जीवन शैली
  • ऑटोमोबाइल
  • श्रद्धा
  • खेल
कोई मौजूदा खाता है? साइन इन करें
हमारा अनुसरण करें
देसी खबर > श्रद्धा > Nagchandreshwar Temple: साल में एक दिन के लिए खुलता है यह नाग मंदिर, जानें क्यों उमड़ती है भक्तों की भीड़
श्रद्धा

Nagchandreshwar Temple: साल में एक दिन के लिए खुलता है यह नाग मंदिर, जानें क्यों उमड़ती है भक्तों की भीड़

press
press प्रकाशित अगस्त 1, 2022
आखरी अपडेट: 2022/08/01 at 3:12 अपराह्न
शेयर करना
शेयर करना

Nagchandreshwar Temple: उज्जैन का नागचंद्रेश्वर मंदिर बेहद खास माना जाता है.

Nagchandreshwar Temple: नाग पंचमी सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त को यानी कल मनाई जाएगी. इस दिन नाग देवता की पूजा का विधान है. भक्त नाग पंचमी (Nag Panchami) के दिन मिट्टी या चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बनाकर मंदिर में पूजा करते हैं. साथ ही नाग देवता को जल और दूध के अभिषेक करते हैं. मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन ऐसा करने से नाद देवता के साथ-साथ भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं. भारत में पौराणिक कल से ही नाग देवता की पूजा होती आ रही है. भारत में अनेक नाग मंदिर मौजूद हैं, लेकिन उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर (Nagchandreshwar Mandir) की बेहद खास माना जाता है. मान्यता है कि यह मंदिर भारत का एकमात्र नाग मंदिर है जो कि नाग पंचमी के दिन ही खुलता है. नाग पंचमी के दिन इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है. आइए जानते हैं साल में सिर्फ एक दिन खुलने वाले उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर (Nagchandreshwar Mandir Ujjain) के बारे में.

11 वीं सदी मूर्ति है स्थापित

धार्मिक मान्यता है कि उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर (Ujjain Nagchandreshwar Mandir) में 11वीं शताब्दी की प्रतिमा स्थापित है. कहा जाता है कि इस मंदिर में स्वयं नागराज तक्षक विराजमान हैं. जिसमें फन फैलाए नाग के आसन पर भगवान शिव और मां पर्वती विराजमान हैं. माना जाता है कि इस प्रतिमा को नेपाल से लाया गया था. उज्जैन के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसी प्रतिमा नहीं है.

Nag Panchami 2022: नाग पंचमी की पूजा विधि क्या है, इससे जुड़ी हर जानकारी जानें यहां

अद्भुत है नागचंद्रेश्वर मंदिर

उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर (Ujjain Nagchandreshwar Mandir) के बारे में कहा जाता है कि यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसमें भगवान विष्णु की जगह भोलेनाथ सांप की शय्या पर विराजमान है. मंदिर में स्थापित मूर्तियों में भगवान शिव, मां पार्वती और भगवान गणेश दस मुख वाले सांप की शैय्या पर विराजमान हैं. नाग पंचमी के दिन हर साल नाग देवता की त्रिकाल पूजा-अर्चना की जाती है. 

नागचंद्रेश्वर मंदिर की पौराणिक कथा | Mythology of Nagchandreshwar Temple

पौराणिक मान्यता है कि सर्पराज तक्षक ने भोलेनाथ के मनाने के लिए घोर तपस्या की थी. उनकी कठोर तपस्या के प्रसन्न होकर शिवजी ने उन्हें अमरत्व का वरदान दिया. कहा जाता है तभी से नागराज तक्षक ने भोलेनाथ के सानिध्य में रहना शुरू कर दिया. लेकिन महाकाल-वन में वास करने से पहले उनकी यही मंशा थी कि उनके एकांत में विघ्न ना हो. इसलिए वर्षों से यही प्रथा है कि सिर्फ नाग पंचमी के दिन ही वे दर्शन देते हैं. बाकी समय उनके सम्मान में परंपरा के अनुसार मंदिर बंद रहता है.  

कह खुलेंगे नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के शीर्ष पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर (Nagchandreshwar Temple) के पट एक साल बाद 02 अगस्त 2022, सोमवार रात 12 बजे खुलेंगे. पैराणिक परंपरा अनुसार महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरीजी महाराज के सानिध्य में कलेक्टर आशीषसिंह भगवान नागचंद्रेश्वर का पूजन करेंगे. इसके बाद आम लोगों के दर्शन का सिलसिला शुरू होगा, भक्तों को लगातार 24 घंटे भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन होंगे. मंगलवार रात 12 बजे पूजा अर्चना के बाद फिर से एक वर्ष के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे.

Nag Panchami 2022: नाग पंचमी काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए खास, जानें इस दिन क्या करें

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

मॉनसून स्किन केयर टिप्स बता रही हैं ब्यूटी एक्सपर्ट भारती तनेजा

press अगस्त 1, 2022
इस लेख का हिस्सा
Facebook Twitterईमेल छाप
तुम क्या सोचते हो?
प्यार0
उदास0
प्रसन्न0
उनींदा0
नाराज़0
मृत0
आँख मारना0

शायद तुम्हे यह भी अच्छा लगे

श्रद्धा

Color of Clothes: शिव जी की पूजा के दौरान न पहनें इस रंग के कपड़े, होगा नुकसान

प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
श्रद्धा

Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर जेब में रखें यह पत्ता, बदल जाएगी आपकी किस्मत!

प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
श्रद्धा

Mahashivratri 2023 : घर में इस तरह करें रुद्राभिषेक, प्रसन्न होंगे भोले बाबा!

प्रकाशित फ़रवरी 18, 2023
श्रद्धा

Vastu Tips : घर में आर्टिफिशियल ग्रास या प्लांट लगाएं इस दिशा में, माना जाता है शुभ

प्रकाशित फ़रवरी 17, 2023
  • व्यवसाय
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • तकनीकी
  • मनोरंजन
  • गोपनीयता नीति
  • संपर्क करना

© 2022 देसी खबर। सर्वाधिकार सुरक्षित।

Removed from reading list

पूर्ववत
Welcome Back!

Sign in to your account

आपका पासवर्ड खो गया है?