घरेलू शेयर बाजार छह सत्रों की तेजी के बाद आज गिरावट पर. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुंबई:
पिछले छह कारोबारी सत्रों में तेजी देख रहा घरेलू शेयर बाजार सोमवार को गिरावट में आ गया. शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 255.39 अंक टूटकर 55, 816.84 पर आ गया, वहीं निफ्टी 70.35 अंक गिरकर 16,649.10 पर दर्ज हुआ. सुबह 10.00 बजे के आसपास सेंसेक्स में 406.22 अंकों या 0.72% की तेजी दर्ज हो रही थी और इंडेक्स 55,666.01 के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी 16,598.80 अंकों के स्तर पर था, इसमें 120.65 अंकों या 0.72% की तेजी आई थी. पिछले हफ्ते दोनों बेंचमार्क इंडेक्स ने फरवरी, 2021 के बाद पहली बार चार-चार फीसदी की बढ़त देखी थी.
बाजार में सबसे बड़ा मार्केट कैप रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयर आज बड़ी गिरावट देख रहे हैं. कंपनी के शेयर सुबह 10.29 बजे 92.90 अंकों या 3.71% की गिरावट के साथ 2,410.20 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर ट्रेड कर रहे थे. वहीं, इस दौरान ज़ोमैटो के शेयर भी 6.30 अंकों या 11.74% की गिरावट लेकर 47.35 रुपये प्रति शेयर पर दर्ज हुए. ज़ोमैटो के शेयर को पहले एक घंटे में रिकॉर्ड 14 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ है. 2021 में डेब्यू करने वाली इस कंपनी का लॉक-इन पीरियड खत्म हो रहा है.
निफ्टी पर अपोलो हॉस्पिटल्स, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स लाभ में थे, वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, ओएनजीसी और टेक महिंद्रा नुकसान पर चल रहे थे. बीएसई पर भी सबसे ज्यादा गिरावट रिलायंस में आई थी. इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट और टेक महिंद्रा भी गिरावट पर थे. निफ्टी पर फार्मा इंडेक्स को 1 फीसदी का नुकसान हुआ था. बीएसई पर ऑयल एंड गैस इंडेक्स भी 1 फीसदी नीचे खिसक गया था.
निफ्टी 50 पर लिस्टेड कंपनियां टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक आज अपने तिमाही नतीजे जारी करेंगी.
अन्य एशियाई बाजारों में तोक्यो, शंघाई तथा हांगकांग नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे. वहीं सियोल हरे निशान में कारोबार कर रहा था। अमेरिकी बाजार भी शुक्रवार को नुकसान के साथ बंद हुए थे. इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 102.70 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 675.45 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.
अगर इस हफ्ते के बाजार के रुख की बात करें तो विश्लेषकों की राय है कि इस हफ्ते अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर निर्णय, मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान और कई बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों की वजह से घरेलू शेयर बाजारों के लिए यह सप्ताह काफी उतार-चढ़ाव वाला रहेगा. उनका कहना है कि इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के निवेश का रुख, रुपये का उतार-चढ़ाव तथा कच्चे तेल के दाम भी बाजार की धारणा को प्रभावित करेंगे.