पिछले सात दिनों में कुल 40 राउंड की बोली लगाई गईं. बोली का कुल मूल्य 1,50,173 करोड़ रुपये है.
वैष्णव ने एएनआई से कहा कि सफल बोली लगाने वालों को स्पेक्ट्रम का आवंटन 10 अगस्त तक किया जाएगा और इस साल अक्टूबर तक देश में 5जी सेवाएं शुरू होने की संभावना है.
उन्होंने कहा, “नीलामी पूरी हो चुकी है और अगले कुछ दिनों में, 10 अगस्त तक स्पेक्ट्रम की मंजूरी और आवंटन समेत सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी.” मंत्री ने कहा, “ऐसा लगता है कि हम अक्टूबर तक देश में 5जी लॉन्च करने में सक्षम होंगे. चल रही 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी इंगित करती है कि देश के दूरसंचार उद्योग ने 5जी तक विकास का एक लंबा सफर तय किया है.”
वैष्णव ने कहा कि स्पेक्ट्रम की बेहतर उपलब्धता से देश में दूरसंचार सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा.
5G स्पेक्ट्रम नीलामी में सरकार को मिले 1,50,173 करोड़ के कुल मूल्य में से रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने 58.65 प्रतिशत, यानी 88,078 करोड़ रुपये की बोली लगाई है.
अगर 700 मेगाहर्ट्ज बैंड का उपयोग किया जाता है तो एक टावर ही काफी क्षेत्र को कवर कर सकता है. दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपये में 19,867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा है. वहीं वोडाफोन आइडिया ने 18,784 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम खरीदा है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कुल मिलाकर 1,50,173 करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुईं. सरकार कुल 10 बैंड में पेश किए गए 72,098 मेगाहर्ट्ज में से 51,236 मेगाहर्ट्ज या 71 प्रतिशत स्पेक्ट्रम बेच पाई है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले साल में स्पेक्ट्रम मद में 13,365 करोड़ रुपये प्राप्त करेगी. मंत्री ने कहा कि 5जी सेवाएं अक्टूबर तक शुरू की जा सकती हैं.
5जी सर्विस इंडिया में जल्द होगी शुरू, केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी